सार
जल जीवन मिशन: हर घर जल के तहत देशभर के 75 फीसदी ग्रामीण परिवारों को नल से जल मिल रहा है। अब महिलाओं को पानी के लिए मीलों दूर नहीं जाना पड़ता।
नई दिल्ली। पानी के लिए सिर पर मटकी लेकर मीलों दूर जाना अब बीते समय की बात हो गई है। पहले महिलाओं को पानी जुटाने के लिए कठिन परिश्रम करना पड़ता था। उन्हें मटकी लेकर नदी, तालाब और कुंआ जाना पड़ता था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने महिलाओं को इस कष्ट से मुक्ति दिलाई है।
मोदी सरकार ने पूरे देश में ग्रामीण परिवारों को शुद्ध और पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराने के लिए 15 अगस्त 2019 को "जल जीवन मिशन: हर घर जल" लॉन्च किया था। 7 मार्च 2024 को इस मिशन ने ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। "हर घर जल" मिशन के तहत भारत के 75 प्रतिशत घरों तक सफलतापूर्वक नल से जल पहुंचा दिया गया।
जल जीवन मिशन के माध्यम से ग्रामीण घरों तक नल से जल दिया जा रहा है। 2019 तक केवल 3 करोड़ 23 लाख ग्रामीण घरों तक नल से जल पहुंच रहा था। 4 साल के भीतर ही अब 14 करोड़ 50 लाख से अधिक ग्रामीण घरों तक नल से जल पहुंच रहा है।
जल जीवन मिशन की बड़ी सफलताएं
- देश में 14.50 करोड़ (75.15%) ग्रामीण परिवारों को नल से जल मिल रहा है।
- 185 जिलों, 1812 प्रखंडों, एक लाख 44 ग्राम पंचायतों और दो लाख 9 हजार 481 गांवों को 'हर घर जल' का दर्जा प्राप्त हुआ है।
- जल जीवन मिशन के तहत भारत सरकार द्वारा नल कनेक्शन उपलब्ध कराने में जापानी एन्सेफलाइटिस (जेई) और एक्यूट एन्सेफलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) प्रभावित जिलों को प्राथमिकता दी जाती है। इन क्षेत्रों में 2.23 करोड़ से अधिक घरों (75.14%) को नल का पानी उपलब्ध करवाया जा रहा है।
- 14 मार्च 2024 तक 11 राज्यों या केंद्र शासित प्रदेशों (गोवा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, दादरा नगर हवेली एवं दमन दीव, हरियाणा, तेलंगाना, पुडुचेरी, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश) के 100% ग्रामीण घरों में नल से जल पहुंच रहा है।
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- 14 मार्च 2024 तक देशभर के 9 लाख 30 हजार 460 स्कूलों और 9 लाख 65 हजार 960 आंगनवाड़ी केंद्रों तक नल का पानी पहुंचाया गया।