सार
जम्मू-कश्मीर के राजौरी की महविश मलिक ने राज्य सिविल सेवा की परीक्षा (civil service exam) पास किया है। उनका घर पीर पंजाल पर्वत श्रृंखला के बर्फीले इलाके में है। वह पहाड़ी नालों को पार कर पढ़ने जाती थी। इस दौरान दो बार नाले में बह गईं थी।
राजौरी। जम्मू-कश्मीर के राजौरी में रहने वाली महविश मलिक ने राज्य सिविल सेवा की परीक्षा (civil service exam) पास किया है। महविश को यह कामयाबी बहुत सी बाधाओं को पार करने के बाद मिली है। उनका घर बर्फीले इलाके में है। वह पहाड़ पर बहने वाले नाले को पार कर पढ़ने जाती थी। इस दौरान दो बार नाले में बह गई। तमाम परेशानियों के बाद भी उसने हिम्मत नहीं हारी। परीक्षा पास करने के बाद उन्होंने बेटियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया है।
पीर पंजाल पर्वत श्रृंखला के बर्फीले इलाके में है घर
महविश मलिक का घर राजौरी के दरहल ब्लॉक में है। यह पीर पंजाल पर्वत श्रृंखला का बर्फीला इलाका है। छोटे शहर की बड़े सपनों वाली इस लड़की ने सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक को हाई रैंक के साथ पास किया है। महविश की बहन शाजिया ने कहा कि रिजल्ट आने से हमलोग बहुत खुश हैं। वह बहुत लगन से पढ़ाई करती थी। दुर्गम इलाका और कठिन सड़कें उसकी हिम्मत को कभी नहीं डिगा सकीं। वह दो बार नाले में बह चुकी है।
परिजनों और शिक्षकों को दिया सफलता का श्रेय
महविश मलिक ने अपनी सफलता का श्रेय परिजनों, शिक्षकों और दोस्तों को दिया। उन्होंने कहा, "ईश्वर की कृपा और माता-पिता के सपोर्ट से मैं परीक्षा पास कर पाई। मैंने अपने होमटाउन में अपनी स्कूली पढ़ाई की है। बाबा गुलाम शाह बादशाह विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन और मास्टर्स की डिग्री ली है। मास्टर्स की डिग्री मिलने के बाद 2021 में सरकारी परीक्षा की तैयारी शुरू की थी।
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नरेंद्र मोदी को बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ नारे के लिए धन्यवाद
मलिक के पिता शकील अहमद अपनी बेटी की सफलता से बहुत खुश हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' नारे के लिए धन्यवाद दिया। शकील अहमद ने कहा, "बेटी की सफलता से मैं बहुत अधिक खुश हूं। आज के समय में बेटियां बेटों से अच्छा कर रहीं हैं। 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान को बढ़ावा देने के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देता हूं।"
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