सार
सपा सांसद जया बच्चन के पक्ष में इंडिया गठबंधन ने एकजुटता दिखाते हुए कहा कि चेयर द्वारा बार-बार विपक्षी सांसदों का अपमान किया जा रहा है।
Jaya Bachchan Vs Jagdeep Dhankhar: राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ और जया बच्चन के बीच सदन में हुई नोकझोंक के बाद विपक्ष ने सोनिया गांधी के नेतृत्व में वॉकआउट कर दिया। सपा सांसद जया बच्चन के पक्ष में इंडिया गठबंधन ने एकजुटता दिखाते हुए कहा कि चेयर द्वारा बार-बार विपक्षी सांसदों का अपमान किया जा रहा है। महिला सांसद का अपमान अक्षम्य है। वॉकआउट के बाद संसद में मीडिया से बात करती हुई जया बच्चन ने कहा कि चेयर का व्यवहार अपमानजनक है। कई बार आसन के स्वर पर आपत्ति जताई है। मेरा अपमान हुआ है, अध्यक्ष को माफी मांगनी होगी।
सपा सांसद और सभापति के बीच नोकझोंक
दरअसल, शुक्रवार को राज्यसभा सदस्य जया बच्चन ने सभापति जगदीप धनखड़ के लहजे और स्वर को लेकर आपत्ति दर्ज कराई। इसके बाद दोनों के बीच बहस हो गया। सपा सांसद ने खड़े होकर कहा: सर, मैं, जया अमिताभ बच्चन, यह कहना चाहती हूं... मैं एक अभिनेत्री हूं। मैं बॉडी लैंग्वेज और एक्सप्रेशन समझती हूं और, मुझे माफ करें, लेकिन आपका स्वर स्वीकार्य नहीं है।
इसपर सभापति धनखड़ ने जवाब दिया: जयाजी, आपने बहुत नाम कमाया है। लेकिन आप जानते हैं कि अभिनेता निर्देशक के अधीन होता है, मुझे कोई शिक्षा नहीं चाहिए। आप होंगे सेलिब्रिटी, लेकिन आपको यहां सदन की गरिमा का ध्यान रखना होगा।
सोनिया गांधी सहित पूरा विपक्ष आया जया बच्चन के समर्थन में...
इस बहसबाजी के दौरान सदन में मौजूद समूचा विपक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में जया बच्चन के सपोर्ट में आ गया। कांग्रेस नेता की अगुवाई में विपक्ष ने सपा सांसद जया बच्चन के मुद्दे पर वॉकआउट कर दिया।
जया बच्चन ने बताया क्यों दर्ज कराई आपत्ति?
समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन ने संसद परिसर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि उनके लिए यह अपमानजनक अनुभव था। चेयर लगातार विपक्षी सांसदों के साथ अपमान कर रहा और सत्तारूढ़ सांसदों को छूट दे रहा। मैंने चेयर द्वारा इस्तेमाल किए गए लहजे पर आपत्ति जताई। हम स्कूली बच्चे नहीं हैं और हममें से कुछ तो वरिष्ठ नागरिक भी हैं। मैं उनके लहजे से परेशान थी। खासकर जब विपक्ष के नेता कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे बोलने के लिए खड़े हुए तो उन्होंने (चेयर ने) माइक बंद कर दिया। इसके अलावा, हर बार असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल किया जाता है। जैसे 'उपद्रव', मेरे साथ भी असंसदीय और अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया। जैसे 'आप एक सेलिब्रिटी हो सकते हैं लेकिन मुझे परवाह नहीं है'। मैं उनसे यह नहीं कह रहा कि वे इसकी परवाह करें। संसद में वे जिस तरह से बोलते हैं, वैसा पहले कभी किसी ने नहीं बोला। समस्या क्या है? यह महिलाओं के प्रति बहुत अपमानजनक है। जया बच्चन ने कहा कि सभापति को माफी मांगनी होगी।
विपक्ष ने सभापति के व्यवहार को महिला सांसद का अपमान बताया
कांग्रेस संचार प्रमुख जयराम रमेश ने कहा कि विपक्षी सांसदों को संसद में बार-बार अपमानित किया गया और उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया गया। शिवसेना (यूबीटी) की प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि जया बच्चन के पास विशाल संसदीय अनुभव है, उपराष्ट्रपति से भी ज़्यादा। तृणमूल कांग्रेस की सहयोगी डोला सेन ने कहा कि जया बच्चन चार बार की सांसद हैं और सम्मान की हकदार हैं।
बीजेपी ने विपक्ष पर साधा निशाना
विपक्षी सांसदों के वॉकआउट पर बीजेपी अध्यक्ष और राज्यसभा में सदन के नेता जेपी नड्डा ने कहा कि विपक्ष का विरोध अशोभनीय और गैर जिम्मेदाराना है। विपक्ष देश को कमज़ोर करना चाहता है और उसे माफ़ी मांगनी चाहिए। यह स्पष्ट है कि राजनीति में उनका स्तर गिर गया है, एक पार्टी और व्यक्ति का विरोध करने से, अब वे देश का विरोध कर रहे हैं। वे देश को बांटना चाहते हैं।
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैंने विपक्ष का ऐसा अनियंत्रित, अभद्र व्यवहार कभी नहीं देखा। आज मन व्यथित है। पीड़ा से भरा हुआ है। यह केवल कुर्सी का अपमान नहीं है, यह देश के लोकतांत्रिक मूल्यों का अपमान है। यह लोकतंत्र का अपमान है, यह संविधान का अपमान है। आज यह साबित हो गया है कि गैरजिम्मेदार विपक्ष देश को अराजकता की ओर धकेलने की कोशिश कर रहा है।
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