सार

टेरर फंडिंग (Terror Funding) केस में आतंकी यासीन मलिक (Yasin Malik) को उम्रकैद होने के बाद घाटी में तनाव का माहौल है। टीवी एक्ट्रेस की हत्या ने सुरक्षाबलों को और अलर्ट कर दिया है। आमरीन की हत्या में लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकवादियों का हाथ माना जा रहा है। इस बीच कुपवाड़ा में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकवादियों का एनकाउंटर किया है।

श्रीनगर. 1990 के दशक में जम्मू-कश्मीर में आतंक का पर्याय बने यासीन मलिक (Yasin Malik) को टेरर फंडिंग (Terror Funding) केस में उम्रकैद की सजा सुनाए जाने के बाद घाटी में तनाव का माहौल है। उपद्रवियों द्वारा सुरक्षाबलों पर पथराव के बाद घाटी में इंटरनेट सर्विस बंद है। जवानों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। टीवी एक्ट्रेस अमरीना भट(Amreena Bhat) की आतंकवादियों द्वारा गोली मारकर हत्या किए जाने के बाद सुरक्षाबलों को और अलर्ट कर दिया है। इस बीच कुपवाड़ा में सुरक्षाबलों ने 3 आतंकवादियों को मार गिराया है। जम्मू-कश्मीर पुलिस के अनुसार, एक विशेष इनपुट के आधार पर कुपवाड़ा के गांव जुमागुंड में आतंकियों की घुसपैठ की कोशिश के दौरान वहां मुठभेड़ हुई।आईजीपी कश्मीर विजय कुमार के मुताबिक आकजुमागुंड गांव के रास्ते घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। ये सभी आतंकवादी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े थे। उनके पास से हथियार और गोला-बारूद सहित आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई है। एक दिन पहले बारामूला के करेरी इलाके में नजीभात चौराहे पर सुरक्षाबलों ने कुछ आतंकवादियों को घेर लिया था। IGP कश्मीर विजय कुमार, जम्मू-कश्मीर ने बताया कि मुठभेड़ में तीन पाकिस्तानी आतंकवादी मारे गए। जम्मू-कश्मीर पुलिस का एक जवान वीरगति को प्राप्त हुआ।

अमरीआ की हत्या में लश्कर-ए-तैयबा का हाथ
बडगाम जिले के चदूरा इलाके में रहने वालीं  35 वर्षीय अमरीना भट्ट के घर में अंधाधुंध फायरिंग के बाद आतंकवादियों ने हत्या कर दी थी। वे सोशल मीडिया(social media influencer) पर भी एक्टिव रहती थीं। आतंकवादियों ने उसके 10 वर्षीय भतीजे को भी घायल कर दिया था। एसएमएचएस अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. कंवलजीत सिंह के अनुसार, अमरीना को कई गोलियां लगी थीं। उन्हें करीब से गोलियां मारी गई थीं। अमरीना लोकप्रिय सोशल मीडिया प्रभावकार थीं और उनके विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हजारों फॉलोअर्स थे। इससे पहले वह लोकप्रिय केबल चैनलों और डीडी कशीर चैनल से जुड़ी थीं।

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, घटना के बाद सुरक्षा बलों ने हमलावरों को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया है। इस जघन्य आतंकी घटना में प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के तीन आतंकवादियों के शामिल होने की बात सामने आई है। इलाके को घेर लिया गया है और तलाशी शुरू कर दी गई है। हमले के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों की एक संयुक्त टीम ने हमले के लिए जिम्मेदार आरोपी का पता लगाने और उसे पकड़ने के लिए इलाके की घेराबंदी कर दी।

यह भी पढ़ें
बारामूला में तीन पाकिस्तानी आतंकवादियों का एनकाउंटर, एक जवान शहीद, राहुल भट्ट की हत्या के बाद सख्त Action
अंतिम सांस तक जेल में रहेगा यासीन मलिक, कोर्ट ने दो मामलों में उम्रकैद और 10-10 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया