सार

अगर आप भी पब्लिक प्लेस पर USB पोर्ट से अपना मोबाइल चार्ज करते हैं तो सावधान हो जाएं। कहीं ये गलती आपको भारी न पड़ जाए। रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट या किसी दूसरे पब्लिक प्लेस पर USB पोर्ट के जरिए अपने मोबाइल को चार्ज करने वाले कई लोग साइबर अटैक का शिकार हो चुके हैं।

Juice Jacking: अगर आप भी पब्लिक प्लेस पर USB पोर्ट से अपना मोबाइल चार्ज करते हैं तो सावधान हो जाएं। कहीं ये गलती आपको भारी न पड़ जाए। रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट या किसी दूसरे पब्लिक प्लेस पर USB पोर्ट के जरिए अपने मोबाइल को चार्ज करने वाले कई लोग साइबर अटैक का शिकार हो चुके हैं। अब तक हैदराबाद, दिल्ली और ओडिशा में इस तरह के केस सामने आ चुके हैं। बता दें कि इस तरह के फ्रॉड को ‘जूस जैकिंग’ कहा जाता है। आखिर क्या है जूस जैकिंग और इससे कैसे बचा जा सकता है, आइए जानते हैं। 

क्या है जूस जैकिंग?
जूस जैकिंग एक तरह का यूएसबी चार्जर घोटाला है। इसमें साइबर क्राइम करने वाला पब्लिक प्लेस जैसे- एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड या मॉल में इस्तेमाल होने वाले USB चार्जिंग पोर्ट के जरिए किसी भी मोबाइल, लैपटॉप, टैबलेट या दूसरे डिवाइस में Malware इन्स्टॉल करके उसका पर्सनल डेटा चुरा लेते हैं। इस पूरी प्रकिया को 'जूस जैकिंग' कहते हैं।

USB चार्जिंग से कैसे चोरी हो सकता है डेटा?
USB चार्जिंग प्वाइंट में डायरेक्ट यूएसबी केबल लगाकर मोबाइल चार्ज किया जाता है। ऐसे में जब आप किसी पब्लिक प्लेस के यूएसबी से मोबाइल चार्ज करते हैं तो हैकर्स उसमें मालवेयर इन्स्टॉल करके उसका डेटा चोरी कर सकते हैं। डेटा चोरी करने के साथ ही वो आपके पर्सनल डिटेल्स, बैंक अकाउंट, पासवर्ड भी पता कर सकते हैं। इससे आपका अकाउंट खाली हो सकता है। अगर आप चार्जर के जरिए मोबाइल चार्ज करते हैं तो डेटा ट्रांसफर या चोरी होने का डर नहीं है। 

जूस जैकिंग के दो सबसे बड़े खतरे : 
1- डेटा चोरी : जब कोई डिवाइस पब्लिक प्लेस में यूएसबी पोर्ट में प्लग किया जाता है तो हैकर उस पोर्ट से कनेक्ट हो सकता है। इससे वह आसानी से आपके मोबाइल का डेटा चुरा सकता है। 

2- मैलवेयर इंस्टालेशन : साइबर क्रिमिनल्स आपके फोन में मैलवेयर वायरस इंस्टॉल कर पर्सनल डेटा हैक कर सकता है। जैसे ही यह आपके मोबाइल में इन्स्टॉल होगा, आपका सिस्टम स्लो हो जाएगा और कई एरर मैसेज दिखाई देने लगेंगे। इसके अलावा हैकर आपके डिवाइस को फ्रीज कर इसे दोबारा चालू करने के लिए फिरौती भी मांग सकता है। 

जूस जैकिंग से कैसे बचें?
- पब्लिक प्लेस पर लगे चार्जिंग स्टेशनों या USB पोर्ट से मोबाइल को कभी चार्ज न करें। 
- अपने फोन को चार्ज करने के लिए पावर बैंक का इस्तेमाल करें। 
- अगर फोन चार्ज करना बेहद जरूरी है, तो अपने चार्जर से बिजली सॉकेट वाले पोर्ट से करें। इससे डेटा चोरी होने का कोई खतरा नहीं है।
- मुफ्त के चक्कर में किसी भी अनजान वाई-फाई से कनेक्ट न हों। इससे मोबाइल आसानी से हैक हो सकता है।
- किसी और के लैपटॉप या कम्प्यूटर केबल से भी अपना मोबाइल चार्ज न करें। 
- इंटरनेट के जरिए कोई फाइल जैसे- गाना या फिल्म किसी सही वेबसाइट से ही डाउनलोड करें।
- किसी अनजान सोर्स के जरिए भी फाइल ओपन ना करें।

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