सार

कांची कामकोटि पीठ के जगद्गुरु ने पीएम मोदी के नेतृत्व की प्रशंसा की और NDA को 'नरेंद्र दामोदरदास अनुशासन' बताया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में देश तेजी से प्रगति कर रहा है।

Varanasi news: कांची कामकोटि पीठम के जगद्गुरु श्री शंकर विजयेंद्र सरस्वती स्वामीगल ने पीएम मोदी के नेतृत्व मॉडल की प्रशंसा की है। जगद्गुरु श्री शंकर विजयेंद्र सरस्वती स्वामीगल ने कहा कि हमारा देश बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। इस प्रगति के पीछे एक बहुत ही महत्वपूर्ण कारक है मजबूत नेतृत्व। पीएम नरेंद्र मोदी एक अच्छे नेता हैं और उनके नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री की तारीफ करते हुए जगद्गुरु श्री शंकर विजयेंद्र सरस्वती स्वामीगल ने कहा कि एनडीए का मतलब एक गठबंधन नहीं बल्कि इसका मतलब नरेंद्र दामोदरदास अनुशासन है। यह शासन का एक अनोखा मॉडल है।

जगद्गुरु श्री शंकर विजयेंद्र सरस्वती स्वामीगल, रविवार को बनारस में आरजे शंकर आई हास्पिटल के उद्घाटन में पीएम नरेंद्र मोदी के साथ मौजूद थे। प्रधानमंत्री ने आई हास्पिटल का उद्घाटन किया। उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए जगद्गुरु श्री शंकर विजयेंद्र सरस्वती स्वामीगल ने कहा कि हमारे बीच प्रधानमंत्री मोदी जैसे अच्छे नेताओं का होना ईश्वर का आशीर्वाद है और ईश्वर प्रधानमंत्री मोदी के माध्यम से कई बेहतरीन काम करवा रहे हैं।

एनडीए का मतलब समझाया

जगद्गुरु श्री शंकर विजयेंद्र सरस्वती स्वामीगल ने एनडीए सरकार के शासन के लिए एक संक्षिप्त नाम गढ़ा। कहा: एनडीए मतलब 'नरेंद्र दामोदरदास का अनुशासन'। शासन का एक ऐसा मॉडल जो नागरिकों की सुरक्षा, सुविधा और कल्याण पर केंद्रित है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी आम आदमी के सामने आने वाली चुनौतियों को समझते हैं और इसलिए वे उन्हें खत्म करने की दिशा में काम करते हैं। एनडीए सरकार नागरिकों के लिए करुणा के साथ काम करती है। उन्होंने कोविड का उदाहरण दिया। कहा कि कोविड के दौरान सरकार ने किसी भी नागरिक को भूखा नहीं सोने दिया और सभी को भोजन कराया।

जगद्गुरु श्री शंकर विजयेंद्र सरस्वती स्वामीगल ने कहा कि एनडीए सरकार दुनिया भर में शासन के लिए एक आदर्श है जिसका अनुकरण अन्य देश भी कर सकते हैं। बढ़ती स्थिति और उज्ज्वल भविष्य के साथ, भारत वैश्विक शांति को बढ़ावा देगा और भारत की समृद्धि वैश्विक समृद्धि में योगदान देगी। उन्होंने कहा कि देश के बुनियादी ढांचे के विकास के साथ-साथ सरकार सांस्कृतिक कायाकल्प पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है। उन्होंने सोमनाथ और केदारनाथ में किए गए कार्यों का उदाहरण दिया।

यह भी पढ़ें:

नवाज हुए 'शरीफ' या फिर करेंगे दोस्ती में दगाबाजी: पाकिस्तान का धोखे का है इतिहास