सार

सुल्तानपुरी इलाके में 31 दिसंबर की रात 20 वर्षीय रेखा उर्फ अंजलि की स्कूटी को कार से टक्कर मारने के बाद उसके नग्न शरीर को करीब 12 किलोमीटर तक घसीटने के मामले की जांच के लिए गुजरात के गांधीनगर स्थित नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी के फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स की टीम दिल्ली पहुंची।

नई दिल्ली. सुल्तानपुरी इलाके में 31 दिसंबर की रात 20 वर्षीय रेखा उर्फ अंजलि की स्कूटी को कार से टक्कर मारने के बाद उसके नग्न शरीर को करीब 12 किलोमीटर तक घसीटने के मामले की जांच के लिए गुजरात के गांधीनगर स्थित नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी के फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स की टीम दिल्ली पहुंची।

बारीकी से की कार की जांच
राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय, गांधीनगर(गुजरात) के फोरेंसिक विशेषज्ञों की एक टीम ने दुर्घटना में शामिल कार की जांच की। इसी कार से कंझावला में 20 वर्षीय अंजलि सिंह की मौत हो गई थी। टीम ने लाश की एक डमी बनाई, ताकि हादसे का सीन क्रियेट किया जा सके। फोरेंसिक सबूत इकठ्ठा करने की कवायद की जा रही है। अंजलि के परिवारवालों की मदद के लिए दिल्ली सरकार ने 10 लाख की मुआवजा राशि देने का ऐलान किया था। वहीं, एक्टर शाहरुख खान ने भी अंजलि के परिवार की आर्थिक मदद की है। 

पुलिस इस मामले में दीपक खन्ना (26), अमित खन्ना (25), कृष्ण (27), मिथुन (26) और मनोज मित्तल को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। बाद में पुलिस ने आशुतोष और अंकुश खन्ना को पकड़ा। इन पर आरोपियों को बचाने का आरोप है।

निधि के बयानों ने उलझाया
अंजलि की दोस्त निधि ने यह बयान देकर सनसनी फैला दी थी कि घटनावाले दिन अंजलि ने शराब पी रखी थी। हालांकि अंजलि की मां ने आरोप लगाया है कि उनकी बेटी की साजिश के तहत हत्या की गई है। उन्होंने इसमें निधि के शामिल होने पर भी शक जाहिर किया है। मां का कहना है कि अंजलि कभी ड्रिंक नहीं करती थी। इसके बाद जांच में पता चला कि निधि एक बार गांजा तस्करी में जेल जा चुकी है। इस बीच अंजलि के परिजनों ने एक नया खुलासा करके सनसनी फैला दी है। उनका कहना है कि 6 महीने पहले भी दिल्ली के पंजाबी बाग इलाके में किसी कार ने उसे टक्कर मारी थी।अंजलि की मौसी ने कहा कि उस हादसे में अंजलि बुरी तरह घायल हो गई थी। उसका सिर फट गया था और वो 15 दिन अस्पताल में भर्ती रही थी।

अंजलि सिंह के परिजनों ने उसकी सहेली निधि पर कई सवाल उठाए हैं। उनका दावा है कि अंजलि को साजिशन मारा गया है। दरअसल, पहले आरोपी कहते आए थे कि उन्हें नहीं मालूम था कि कार के पहिये में अंजिल फंसी हुई है, लेकिन बाद में उन्होंने कबूल किया कि उन्हें इस बारे में पता था। उन्हें गाड़ी रोकने पर पकड़े जाने का डर था, इसलिए नहीं रोकी।

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