सार

कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 में कांग्रेस को जीत मिली है। इस चुनाव में बसवराज बोम्मई से लेकर सिद्धारमैया और एचडी कुमारस्वामी जैसे कई बड़े नेताओं का राजनीतिक भाग्य दांव पर लगा था। बोम्मई अपनी सीट से जीत गए हैं, लेकिन पार्टी की हार हो गई है।

बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 का रिजल्ट (Karnataka Election Results 2023) आ रहा है। कांग्रेस को बड़ी जीत मिली है। इस चुनाव में बसवराज बोम्मई से लेकर सिद्धारमैया और एचडी कुमारस्वामी का राजनीतिक भाग्य दांव पर लगा था। आइए कुछ VVIP प्रत्याशियों पर नजर डालते हैं, जिनकी जीत या हार पर लोगों का ध्यान है।

शिगगांव-बसवराज बोम्मई
शिगगांव विधानसभा सीट से कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को जीत मिली है। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी पठान यासिर हमेद खान को 35978 मतों के अंतर से हराया। 2018 के चुनाव में बोम्मई ने कांग्रेस के सैयद अजीमपीर खदरी को 9,503 मतों के अंतर से हराया था।

वरुणा- सिद्धारमैया और वी सोमन्ना

कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया वरुणा सीट से चुनाव जीत गए हैं। उन्होंने भाजपा के वी सोमन्ना को 46163 वोट से हराया। सिद्धारमैया ने पहले ही कह दिया है कि यह उनका आखिरी चुनाव है। 8 बार विधायक रहे सिद्धारमैया ने वरुणा से दो बार (2008 और 2013) जीते दर्ज की है। वहीं, भाजपा प्रत्याशी वी सोमन्ना वर्तमान सरकार में मंत्री हैं। सोमन्ना बड़े लिंगायत नेता हैं।

चन्नापटना- एचडी कुमारस्वामी

JDS के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री चन्नापटना विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। वह 15915 वोट से जीत गए हैं। उनका मुकाबला भाजपा के सी.पी. योगेश्वर से था।

हुबली-धारवाड़ सेंट्रल- जगदीश शेट्टार
कर्नाटक में भाजपा के बड़े नेता रहे जगदीश शेट्टार चुनाव हार गए हैं। भाजपा के महेश तेंगिनाकाई ने उन्हें 34289 वोट से हराया। बीजेपी ने टिकट नहीं दिया तो शेट्टार ने पार्टी बदल ली थी और कांग्रेस में शामिल हो गए थे।    

कनकपुरा- डीके शिवकुमार (कांग्रेस) और आर अशोक (भाजपा)

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार कनकपुरा सीट से 122392 वोट से जीत गए हैं। उनका मुकाबला भाजपा के आर अशोक से था। अशोक बोम्मई सरकार में मंत्री हैं। कनकपुरा कांग्रेस और डीके शिवकुमार का गढ़ रहा है। 2018 के विधानसभा चुनाव में कनकपुरा से शिवकुमार ने जद (एस) के उम्मीदवार नारायण गौड़ा को 1,27,500 से अधिक मतों के अंतर से हराया था।

चिक्कामगलुरु- सीटी रवि

कर्नाटक भाजपा के बड़े नेता सीटी रवि चिक्कामगलुरु से चुनावी मैदान में हैं। वह पीछे चल रहे हैं। कांग्रेस के एचडी थमैय्या ने इन्हें 5926 रने से हराया है। सीटी रवि चिक्कामगलुरु से चार बार विधायक चुने गए थे। 2018 में इस सीट से सीटी रवि ने कांग्रेस के शंकर बीएल को 26,314 वोटों के अंतर से हराया था।

मुधोल- गोविंद मकथप्पा करजोल
मुधोल से भाजपा प्रत्याशी गोविंद मकथप्पा करजोल हार गए हैं। कांग्रेस प्रत्याशी तिम्मापुर रामप्पा बलप्पा ने उन्हें  17335 वोट से हराया। करजोल ने मुधोल से 2004, 2008, 2013 और 2018 में जीत दर्ज की थी। 

हलियाल- देशपांडे रघुनाथ

देशपांडे रघुनाथ हलियाल विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार हैं। वह 3623 वोट के अंतर से चुनाव जीत गए हैं। इस सीट पर रघुनाथ की मजबूत पकड़ रही है। उन्होंने 2018, 2013, 2004 और 2004 के चुनाव में जीत हासिल की थी। 2008 के चुनाव में रघुनाथ JDS के सुनील वी. हेगड़े से हार गए थे।

बेल्लारी- बी श्रीरामुलु

कर्नाटक के परिवहन मंत्री बी श्रीरामुलु बेल्लारी से चुनाव हार गए हैं। कांग्रेस के बी नागेंद्र ने इन्हें 29300 वोट से हराया है।

शिकारीपुरा- बी वाई विजयेंद्र
शिकारीपुरा से भाजपा उम्मीदवार बी वाई विजयेंद्र कर्नाटक के कद्दावर नेता बीएस येदियुरप्पा के बेटे हैं। वह 11008 वोट से जीत गए हैं। येदियुरप्पा शिकारीपुरा से चुनाव लड़ते रहे हैं। बड़े लिंगायत नेता येदियुरप्पा 1983 से 2018 तक शिकारीपुरा से चुनाव जीतते रहे। अधिक उम्र के चलते उन्होंने चुनावी राजनीति से खुद को दूर किया है। अब विजयेंद्र की जिम्मेदारी पिता की राजनीतिक विरासत को संभालने की है।

करकल- वी सुनील कुमार
करकल से भाजपा प्रत्याशी वी सुनील कुमार वर्तमान सरकार में ऊर्जा मंत्री हैं। वह 4602 वोट से चुनाव जीत गए हैं। 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में सुनील कुमार ने कांग्रेस के गोपाल भंडारी को 42566 वोटों के अंतर से हराया था। इस बार उनका मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी उदय शेट्टी मुनियाल से हुआ।

चिक्कानायकनहल्ली- जे सी मधु स्वामी
चिक्कानायकनहल्ली से भाजपा उम्मीदवार जे सी मधु स्वामी चुनाव हार गए हैं। उन्हें जेडीएस के सी बी सुरेश बाबू ने 10042 वोट से हराया। 2018 के विधानसभा चुनाव में चिक्कानायकनहल्ली से मधु स्वामी को जीत मिली थी। 

निप्पनी- जोल्ले शशिकला अन्नासाहेब
जोल्ले शशिकला अन्नासाहेब निप्पनी से भाजपा प्रत्याशी हैं। वह जीत गईं है। उन्होंने इस सीट से 2018 के चुनाव में जीत दर्ज की थी। शशिकला पहली बार बीएस येदियुरप्पा कैबिनेट में मंत्री बनीं थी। वर्तमान में वह बसवराज बोम्मई कैबिनेट में भी मंत्री हैं। 2018 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस पार्टी के काकासो ओंडुरंग पाटिल को लगभग 9 हजार मतों से हराया था।

अथानी- महेश इरनगौडा VS लक्ष्मण सावदी

अथानी विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी महेश इरनगौडा कुमाटल्ली और कांग्रेस उम्मीदवार लक्ष्मण सावदी के बीच मुकाबला हुआ। लक्ष्मण सावदी को 76122 वोट से जीत मिली है। 2018 के विधानसभा चुनाव में यहां से महेश इरनगौडा को जीत मिली थी। लक्ष्मण सावदी कर्नाटक के पूर्व उपमुख्यमंत्री हैं। वह भाजपा के बड़े नेता थे, लेकिन पार्टी ने टिकट नहीं दिया। इसके बाद वह भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए।

अराभवी- बालचंद्र लक्ष्मणराव जारकिहोली

अराभवी सीट से भाजपा के बालचंद्र लक्ष्मणराव जारकिहोली चुनाव जीत गए हैं। 2013 और 2018 के चुनाव में इन्हें जीत मिली थी। वह 9 सितंबर 2019 से कर्नाटक मिल्क फेडरेशन के अध्यक्ष भी हैं। वह पहले JDS में थे। बालचंद्र JDS के टिकट से 2004 और 2008 में चुनाव जीते थे। वह एच.डी. कुमारस्वामी की सरकार में मंत्री भी बने थे।