सार
कर्नाटक में 14 फरवरी से 10वीं क्लास तक के हाई स्कूल खुलने वाले हैं। इसके चलते राज्य सरकार सतर्क है। डीसी और एसपी संवेदनशील इलाकों में स्थित स्कूलों में जाएंगे।
बेंगलुरु। छात्राओं के हिजाब पहनकर स्कूल-कॉलेजों में आने के मामले में शुरू हुए विवाद (Hijab Controversy) के चलते कर्नाटक में स्कूलों को तीन दिन के लिए बंद किया गया था। 14 फरवरी से राज्य के 10वीं क्लास तक के हाई स्कूल खुलने वाले हैं। इसके चलते राज्य सरकार सतर्क है।
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने इस संबंध में राज्य और जिला स्तर के अधिकारियों के साथ हाई लेवल वर्जुअल बैठक की थी। इस बैठक में डिप्टी कमिश्नर, एसपी और सभी जिलों के जिला पंचायत के सीईओ शामिल हुए। बैठक में स्कूल खुलने के बाद किसी भी अप्रिय स्थिति को रोकने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर चर्चा हुई।
राज्य सरकार ने किए ये एहतियाती फैसले
- डीसी और एसपी संवेदनशील इलाकों में स्थित स्कूलों में जाएंगे। वे यह सुनिश्चित करेंगे कि शांति बनी रहे और कोई अप्रिय घटना नहीं हो।
- डीसी, एसपी और डीडीपीआई स्कूलों के प्रिंसिपल, शिक्षक, शिक्षण संस्थानों के मैनेजमेंट और बच्चों के अभिभावकों के साथ लगातार संपर्क में रहेंगे।
- अधिकारियों से सतर्क रहने को कहा गया है ताकि सोशल मीडिया पर अफवाह या आपत्तिजनक मैसेज नहीं फैलाए जा सकें।
- अधिकारियों से कहा गया है कि हाईकोर्ट के आदेश का पूरी तरह से पालन होना चाहिए। दोषियों पर कार्रवाई की जाए। इसके साथ ही शांति बैठकें भी आयोजित की जाएं।
- सभी राजनीतिक नेताओं, धार्मिक नेताओं, संस्थाओं के प्रमुखों से सहयोग की अपील की गई है।
- स्थानीय प्रशासन को स्थिति के अनुसार कार्रवाई करने का अधिकार दिया गया है। उन्हें ऊपर से आदेश आने का इंतजार करने के बदले तत्काल जरूरी कार्रवाई करने को कहा गया है।
बता दें कि कर्नाटक में हिजाब विवाद बढ़ने के बाद से तनाव है। कुछ कॉलेजों ने छात्राओं को हिजाब पहनने के चलते क्लास में बैठने से मना किया था। इसके बाद मामला भड़क गया। हिंसक विरोध प्रदर्शन होने लगे तो राज्य सरकार ने बुधवार को स्कूलों में तीन दिन की छुट्टी की घोषणा की थी।
ये भी पढ़ें
संगम नगरी में पहुंचा कर्नाटक का 'हिजाब विवाद', प्रयागराज में मुस्लिम महिलाओं ने किया जोरदार प्रदर्शन