Shocking Incident in Kashmir! क्या आपने कभी सुना है कि कोई ईगल ट्रेन से टकरा जाए? कश्मीर में हुआ ऐसा ही चौंकाने वाला हादसा-जब तेज़ रफ्तार ट्रेन के सामने से उड़ता हुआ ईगल शीशे से जा टकराया, लोको पायलट घायल, रेलवे जांच में जुटा है।
नई दिल्ली। कश्मीर घाटी से एक ऐसी खबर आई है, जिसने लोगों को हैरान कर दिया है। आमतौर पर पक्षियों की टक्कर हवाई जहाज़ से सुनी जाती है, लेकिन इस बार एक ईगल (Eagle) ने ट्रेन (Train Accident in Kashmir) से टकराकर सबको चौंका दिया। जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग (Anantnag) जिले में शनिवार सुबह हुई इस अजीब घटना में बारामूला से बनिहाल (Baramulla to Banihal) जा रही ट्रेन नंबर 74626 के आगे के शीशे से ईगल इतनी तेज़ी से टकराया कि ट्रेन का सामने का हिस्सा टूट गया और लोको पायलट घायल (Loco Pilot Injured) हो गया।
क्या हुआ था ट्रेन में?
यह हादसा बिजबेहारा और अनंतनाग रेलवे स्टेशन (Bijbehara–Anantnag Railway Station) के बीच हुआ। अचानक उड़ते हुए एक बड़े आकार के ईगल ने तेज़ रफ्तार से आ रही ट्रेन के सामने के शीशे पर टक्कर मार दी। झटके की ताकत इतनी ज़्यादा थी कि शीशा टूट गया और लोको पायलट विशाल (Loco Pilot Vishal) को चेहरे और हाथ पर हल्की चोटें आईं। रेलवे अधिकारियों ने तुरंत ट्रेन को रोका और पायलट को अनंतनाग रेलवे स्टेशन पर फर्स्ट एड (First Aid) दिया गया। फिलहाल, उनकी हालत खतरे से बाहर है।
इतनी बड़ी चिड़िया ट्रेन से कैसे टकरा गई?
अधिकारियों के मुताबिक यह घटना बेहद दुर्लभ है। आमतौर पर ट्रेनों से इस तरह के बड़े पक्षी टकराते नहीं हैं। Northern Railway Officials का कहना है कि यह कश्मीर घाटी (Kashmir Valley) में अब तक की सबसे अनोखी “Bird Hit” घटना है। रेलवे अब यह जांच कर रहा है कि ईगल इतनी नीचे कैसे उड़ रहा था और क्या यह किसी मौसमीय या नेविगेशनल कारण से हुआ।
क्या यात्रियों की सुरक्षा पर असर पड़ा?
रेलवे ने तुरंत सुरक्षा जांच शुरू की। ट्रेन सुरक्षा निरीक्षण (Train Safety Inspection) के बाद पुष्टि की गई कि इंजन और कोच सुरक्षित हैं। यात्रियों को किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ। हालांकि ट्रेन को एहतियात के तौर पर कुछ समय के लिए अनंतनाग स्टेशन (Anantnag Railway Station) पर रोक दिया गया था।
क्या कश्मीर रेलवे लिंक पर यह पहली ऐसी घटना है?
जी हां, यह कश्मीर ट्रेन दुर्घटना पक्षी के साथ (Kashmir Train Accident with Bird) का पहला मामला बताया जा रहा है। उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लाइन (Udhampur–Srinagar–Baramulla Railway Line (USBRL)) हाल ही में शुरू हुई थी, जो जम्मू-कश्मीर को पूरे देश के रेलवे नेटवर्क से जोड़ती है। यह लाइन 6 जून 2025 को शुरू की गई थी और हर मौसम में कनेक्टिविटी देती है।
क्या यह नेचर का संकेत है?
कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह हादसा सिर्फ एक आकस्मिक पक्षी टक्कर (Accidental Bird Strike) नहीं, बल्कि पर्यावरणीय असंतुलन (Environmental Imbalance) की चेतावनी भी हो सकता है। ईगल जैसे दुर्लभ पक्षियों का ट्रेनों के पास तक उड़कर आना, घाटी के बदलते पर्यावरण और तेज़ी से बढ़ते Infrastructure Development का संकेत देता है। कश्मीर में ट्रेन से ईगल की यह टक्कर लोगों के लिए हैरानी और जिज्ञासा का विषय बन गई है। रेलवे प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ा दी है और घटना की जांच जारी है। यह वाकई में प्रकृति और इंसानी विकास के बीच के संतुलन पर सोचने को मजबूर करने वाली घटना है।
