सार

25 अप्रैल से शुरू होने वाली केदारनाथ थाम यात्रा (Kedarnath Yatra) के लिए तैयारियां अंतिम चरण में हैं। इस साल एक दिन में अधिकतम 13 हजार भक्त भगवान के दर्शन कर पाएंगे। यात्रा रूट पर 22 डॉक्टरों को तैनात किया जाएगा।

 

रुद्रप्रयाग (उत्तराखंड)। 25 अप्रैल से केदारनाथ थाम की यात्रा (Kedarnath Yatra) शुरू होगी। इसके लिए तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। हर रोज अधिकतम 13 हजार भक्त भगवान केदारनाथ के दर्शन कर पाएंगे। उत्तराखंड सरकार ने यह सीमा तय की है।

रूद्रप्रयाग के डीएम मयूर दीक्षित ने कहा कि सरकार ने इस बार दैनिक सीमा निर्धारित की है। तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए टोकन प्रणाली शुरू की गई है। यह सब यात्रा के सुचारू संचालन के लिए किया गया है। इस साल तीर्थयात्रियों के लिए बेहतर मेडिकल सुविधा की व्यवस्था की गई है।

यात्रा रूट पर होगी 22 डॉक्टरों की तैनाती

यात्रा के रूट पर 22 डॉक्टरों और 22 पारामेडिक्स को तैनात किया जाएगा। 22 डॉक्टरों में तीन फिजिशियन और दो आर्थोपेडिक सर्जन होंगे। पूरे रूट पर 12 मेडिकल कैंप लगाए जाएंगे। इसके साथ ही हर वक्त छह एम्बुलेंस की तैनाती रहेगी। इसके साथ ही तीन एम्बुलेंस को रिजर्व में रखा जाएगा। इमरजेंसी के लिए सरकार की ओर से एक एयर एम्बुलेंस की भी व्यवस्था की जाएगी।

घोड़ों और खच्चरों के स्वास्थ्य की हो रही जांच

डीएम ने बताया कि यात्रा रूट को स्वच्छ बनाए रखने की जिम्मेदारी सुलभ इंटरनेशनल को दी गई है। वहीं, मंदिर परिसर को साफ रखने की जिम्मेदारी केदारनाथ नगर पंचायत को दी गई है। सुलभ इंटरनेशनल द्वारा स्थायी शौचालय बनाए जा रहे हैं। प्लास्टिक और पानी की बोतलों के लिए क्यूआर-कोड सिस्टम लागू किया जाएगा। पशुपालन विभाग द्वारा घोड़ों और खच्चरों के स्वास्थ्य की जांच की जा रही है।

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गढ़वाल मंडल विकास निगम के गेस्टहाउस में ठहर सकेंगे 2500 लोग
तीर्थयात्रियों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए जल संस्थान ने सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम तक नौ वाटर प्यूरीफायर लगाए हैं। गुप्तकाशी से बड़ी लिंचोली तक गढ़वाल मंडल विकास निगम के गेस्टहाउस में 2,500 लोगों को ठहराया जाएगा। इसके अलावा, केदारनाथ धाम में न्यू घोड़ा पड़ाव और हिमलोक कॉलोनी में 80-80 बेड वाली दो टेंट कॉलोनियां बनाई जा रही हैं, जिनमें 1600 लोग ठहर सकेंगे।

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