सार
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता टॉम वडक्कन ने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की बेटी वीणा द्वारा बिना काम किए निजी कंपनी से 1.7 करोड़ रुपए लेने के मामले की केंद्रीय एजेंसी द्वारा जांच किए जाने की मांग की है।
तिरुवनंतपुरम। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन अपनी बेटी द्वारा किए गए संदिग्ध लेनदेन के चलते भ्रष्टाचार के मामले में फंसने वाले हैं। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता टॉम वडक्कन ने प्रेस रिलीज जारी कर सीएम से पूछा है कि आपकी बेटी को बिना कोई काम किए 1.7 करोड़ रुपए क्यों दिए गए।
वडक्कन ने कहा कि CMRL (Cochin Minerals and Rutile Limited) ने बिना कोई सेवा लिए सीएम की बेटी वीणा की कंपनी एक्सलॉजिक सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड को तीन साल में 1.7 करोड़ दिए। इसे लोग "वीणा टैक्स" के रूप में जानते हैं। इस मामले में सीएम को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1989 के तहत जांच का सामना करना पड़ सकता है।
प्रमुख व्यक्ति के साथ रिश्ते के चलते वीणा को मिले पैसे
वडक्कन ने बताया कि टी वीणा को पिछले तीन साल में CMRL से मासिक किश्तों में 1.72 करोड़ रुपए मिले। आयकर अंतरिम निपटान बोर्ड की नई दिल्ली पीठ ने फैसला सुनाया कि पैसा एक "प्रमुख व्यक्ति" के साथ संबंध को देखते हुए दिया गया था। वीना और CMRL के बीच आईटी, मार्केटिंग परामर्श और सॉफ्टवेयर सेवाएं देने के लिए कॉन्ट्रैक्ट हुआ था।
यह भी पढ़ें- केरल: बिना काम किए CM की बेटी वीणा को मिले 1.72 करोड़ रुपए, भेद खुला तो मचा हंगामा
इनकम टैक्स की जांच से पता चला कि वीणा की कंपनी एक्सालॉजिक सॉल्यूशंस ने कोई सेवा नहीं दी, लेकिन उसे हर महीने पैसे मिलते रहे। आयकर विभाग ने कहा है कि वीणा और एक्सालॉजिक को 2017-20 के दौरान 1.72 करोड़ रुपए मिले। यह "अवैध लेनदेन" है। जस्टिस आम्रपाली दास, जस्टिस रामेश्वर सिंह और एम.जगदीश बाबू की सेटलमेंट बोर्ड बेंच के अनुसार इनकम टैक्स विभाग ठोस सबूतों की मदद से यह साबित करने में सक्षम है कि पैसे का भुगतान उन सेवाओं के लिए किया गया था जो प्रदान नहीं की गई थीं। वडक्कन ने मांग किया कि केंद्रीय एजेंसियों द्वारा मामले की जांच की जाए।