सार
सुल्तानपुरी इलाके में 31 दिसंबर की रात 20 वर्षीय रेखा उर्फ अंजलि की स्कूटी को कार से टक्कर मारने के बाद उसके नग्न शरीर को करीब 12 किलोमीटर तक घसीटने के मामले में उसकी सहेली निधि की चौंकाने वाली एंट्री से केस में टर्निंग पॉइंट आ गया है।
नई दिल्ली. सुल्तानपुरी इलाके में 31 दिसंबर की रात 20 वर्षीय रेखा उर्फ अंजलि की स्कूटी को कार से टक्कर मारने के बाद उसके नग्न शरीर को करीब 12 किलोमीटर तक घसीटने के मामले में उसकी सहेली निधि की चौंकाने वाली एंट्री से केस में टर्निंग पॉइंट आ गया है। उसने दावा किया कि अंजलि ने शराब पी रखी थी। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसका खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन पुलिस का तर्क है कि केवल विसरा के जरिये ही इसका पता चलेगा। इस बीच कहा जा रहा है कि घटनावाली रात अंजलि और निधि के बीच झगड़ हुआ था। पढ़िए पूरी डिटेल्स...
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया बुधवार को 20 वर्षीय महिला अंजलि सिंह के परिवार के सदस्यों से मिलने पहुंचे थे)
10 पुलिस गाड़ियां ढूंढ़ रही थीं टक्कर मारने वाली बलेनो को, पढ़िए 20 बड़े फैक्ट्स
1. अंजलि को टक्कर मारकर 12 किमी तक घसीटने वाली बलेनो कार की तलाश में पुलिस ने पीसीआर वैन और नाइट पेट्रालिंग यूनिट्स सहित 10 वाहनों को तैनात किया था। बलेनो ने 20 वर्षीय अंजलि की स्कूटी को टक्कर मार दी थी। इससे वो कार के नीचे फंस गई थी। बावजूद कार नहीं रोकी गई और वो सुल्तानपुरी से कंझावला तक 12 किलोमीटर तक घिसटती चली गई।
2. पुलिस के अनुसार, इन 10 वाहनों में कंझावला, होशंबी बॉर्डर और अमन विहार इलाके से तीन पीसीआर वैन बलेनो कार का पीछा करने की कोशिश कर रही थीं, लेकिन घने कोहरे के कारण ऐसा नहीं कर पाई और कार मुख्य सड़क के बजाय संकरी गलियों में चली गई थी।
3. इस चौंकाने वाली घटना में अंजलि की 31 दिसंबर की रात दर्दनाक मौत हो गई थी। उसका शव बाहरी दिल्ली के कंझावला में मिला था।
4. सूत्रों ने कहा कि उस दुर्भाग्यपूर्ण रात में रोहिणी जिले के चार एसीपी के तहत कार का पता लगाने, पीसीआर कॉल करने वालों से विवरण एकत्र करने और पीड़ित के साथ-साथ मामले में शामिल आरोपियों की पहचान करने के लिए कई टीमों को तैनात किया गया था।
5.मामले को सुलझाने के लिए नगर, बेगमपुर और प्रशांत विहार को तैनात किया गया था। मामले को सुलझाने के लिए अमन विहार, प्रेम नगर, बेगमपुर और प्रशांत विहार की टीमों को तैनात किया गया था।
6. सूत्रों के मुताबिक, सबसे पहले पीसीआर को कॉल करने वाले ने 1 जनवरी की रात 2:30 बजे पुलिस को सूचना दी कि घटना के बाद बलेनो कार मौके से फरार हो गई है। दूसरी पीसीआर कॉल, जो लगभग 3:30 बजे प्राप्त हुई, ने पुलिस को सूचित किया कि महिला का शव वाहन के नीचे फंसा हुआ है, लेकिन घने कोहरे और पुअर विजिबिलिटी के कारण वह कार का रजिस्ट्रेशन नंबर नहीं देख पाया था।
7. हालांकि, कंझावला इलाके में लगे ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर वाले कैमरे की मदद से पुलिस ने बलेनो कार का पता लगाया। फिर कार के रजिस्ट्रेशन नंबर की पहचान की। इसके बाद पुलिस कार के मालिक तक पहुंची।
8. इस बीच, पुलिस द्वारा बरामद एक अन्य CCTV फुटेज से पता चला है कि एक पीसीआर वैन ने घटना के लगभग पांच मिनट के भीतर सुल्तानपुरी और कंझावला के बीच उसी ब्लॉक को क्रॉस किया था। घटनाक्रम पर टिप्पणी करते हुए जांच से जुड़े एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि पीसीआर (police control room) वैन, जो उस इलाके से गुजरी थी, वो एक लड़ाई को सुलझाने जा रही थी। इस सिलसिले में तीन लोगों को पकड़ा गया था।
9.पीसीआर कॉल अटेंड करने के बाद जब पुलिस वैन लौट रही थी, तो उसने एक स्कूटी को दुर्घटनाग्रस्त हालत में देखा और इलाके के एसएचओ को सूचित किया।
10. चूंकि घटनास्थल के पास कोई नहीं मिला, इसलिए यह माना गया कि पीड़ित को किसी राहगीर द्वारा अस्पताल ले जाया गया होगा। जब पुलिस ने स्कूटी के मालिक का पता लगाया, तब पता चला कि वो अंजलि सिंह की थी। स्कूटी अंजलि की मां के नाम पर रजिस्टर्ड है।
11. सूत्रों ने यह भी कहा कि पुलिस ने एक और सीसीटीवी फुटेज बरामद किया है जिसमें पीड़ित शराब पीते और मारपीट करते नजर आ रहा है। पुलिस ने कहा कि हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट निर्णायक नहीं है। केवल विसरा(viscera) के माध्यम से यह स्थापित किया जा सकता है कि कोई शराब के नशे में था या नहीं।
12. इस बीच, अंजलि की दोस्त के दावों की जांच की मांग करते हुए, दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने कहा कि पीड़िता की दर्दनाक मौत हुई है और उसका चरित्र हनन(character assassination) नहीं किया जाना चाहिए। दरअसल,अंजलि की दोस्त निधि ने कहा था कि घटना के समय अंजलि शराब के नशे में थी। मामले के सभी पांच आरोपी फिलहाल पुलिस हिरासत में हैं।
13. इधर, ABP ने अपने एक स्टिंग ऑपरेशन में दावा किया है कि घटनावाली रात अंजलि और निधि ने OYO के जरिये रोहिणी सेक्टर-23 में विवान होटल बुक किया था। वहां दोनों के बीच झगड़ा हुआ था।
14. स्टिंग ऑपरेशन के अनुसार, मैनेजर ने बताया कि दोनों 31 दिसंबर की शाम 7.30 बजे होटल आई थीं। वे देर रात करीब 1.30 बजे वहां से निकली थीं। उनसे मिलने कुछ लड़के आए थे। वे पहले भी इन लड़कियों के साथ यहां आते रहे हैं।
15. मैनेजर के अनुसार, दोनों लड़कियां नशे में थीं और रूम में झगड़ रही थीं। इसके बाद मैनेजर ने उनसे रूम खाली करा लिया था। मैनेजर ने उन्हें पुलिस को बुलाने की चेतावनी दी थी। हालांकि लड़कों से लड़कियों की कोई लड़ाई नहीं हुई।
16. दरअसल, उस भयावह रात की घटनाओं के बारे में निधि ने मीडिया को बताया कि होटल के बाहर स्कूटी चलाने को लेकर उसका अंजलि से झगड़ा हुआ था, जहां वे अपने दोस्तों से मिले थे और नए साल की पार्टी में शामिल हुए थे।
17. निधि ने कहा कि अंजलि नशे में थी और धमकी दे रही थी कि अगर उसे स्कूटर चलाने की अनुमति नहीं दी गई तो वह चलती हुई स्कूटी के आगे कूद जाएगी। हालांकि अंजलि के परिजनों ने इसे झूठ कहा है। स्कूटी के आगे कूदने की क्यों जिद कर रही थी नशे में धुत अंजलि
18. अंजलि के परिवार के करीबी भूपेंद्र चौरसिया ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के हवाले से कथिततौर सवाल उठाया कि उसमें फूड पार्टिकल की बात कही गई है। अंजलि ने शराब नहीं पी रखी थी। खोपड़ी से गायब हो गया था ब्रेन
19. अब अंजलि की मां ने आरोप लगाया है कि उनकी बेटी की साजिश के तहत हत्या की गई है। उन्होंने इसमें निधि के शामिल होने पर भी शक जाहिर किया है। मां का कहना है कि अंजलि कभी ड्रिंक नहीं करती थी।
20. अंजलि की मां ने आरोप लगाया कि यह प्लांड मर्डर है। निधि झूठी है। दोनों स्कूटी पर थीं, लेकिन अंजलि को मरते देखकर भी वो वहां से भाग आई। फिर अचानक से वो 75 घंटे बाद झूठी कहानी लेकर सामने आती है। यह कैसी सहेली?
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