गृह मंत्रालय ने सोनम वांगचुक के NGO की फंडिंग लाइसेंस रद्द कर दी है। NGO पर विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम के उल्लंघन के आरोप लगे हैं। सोनम वांगचुक पर लेह में हिंसा के लिए लोगों को उकसाने के आरोप लगे हैं।
Sonam Wangchuk: लद्दाख को राज्य का दर्जा दिलाने की मांग को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान बुधवार को लेह में हिंसा हुई। इसके चलते 6 लोगों की मौत हुई और 70 से अधिक घायल हो गए। जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक पर लोगों को भड़काने के आरोप लगे।
गृह मंत्रालय रद्द की सोनम वांगचुक के NGO की फंडिंग लाइसेंस
अब सरकार ने सोनम वांगचुक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। गृह मंत्रालय ने वांगचुक द्वारा स्थापित संस्थान स्टूडेंट्स एजुकेशनल एंड कल्चरल मूवमेंट ऑफ लद्दाख का विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम लाइसेंस रद्द कर दिया है। गृह मंत्रालय ने बताया है कि वांगचुक के एनजीओ ने कानून का उल्लंघन किया है।
सांस्कृतिक और शैक्षिक कार्यक्रमों के लिए विदेशी योगदान प्राप्त करने के लिए एसोसिएशन को रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट के साथ FCRA के तहत रजिस्टर्ड किया गया था। उसे 20 अगस्त 2025 को कारण बताओ नोटिस दिया गया था। 10 सितंबर को रिमाइंडर भेजा गया। वांगचुक के NGO से पूछा गया था कि उसका लाइसेंस क्यों रद्द नहीं किया जाए। NGO ने 19 सितंबर को जवाब दिया।
गृह मंत्रालय क्यों की सोनम वांगचुक के NGO के खिलाफ कार्रवाई?
गृह मंत्रालय ने वांगचुक के NGO द्वारा दिए गए जवाब की जांच की और बताया कि इसने कौन से उल्लंघन किए हैं। ये हैं..
- अनियमित जमा: वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान, सोनम वांगचुक ने एसोसिएशन के FCRA खाते में 3.5 लाख रुपए जमा किए। इसके बारे में मंत्रालय ने कहा कि यह अधिनियम की धारा 17 का उल्लंघन है।
- एनजीओ ने कहा कि यह FCRA निधि से खरीदी गई पुरानी बस की बिक्री से मिलने वाली राशि थी। मंत्रालय ने जवाब को "मान्य नहीं" पाया। फाइलिंग में गड़बड़ी और संबंधित क्रेडिट एंट्री नहीं होने का जिक्र किया।
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- FCRA खाते में स्थानीय निधि: वित्त वर्ष 2020-21 में तीन लोगों से 54,600 रुपए की स्थानीय निधि FCRA खाते में जमा की गई। इसे एनजीओ के स्वयंसेवकों की गलती माना। मंत्रालय ने इसे धारा 17 का उल्लंघन बताया।
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