सार
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक रविवार (3 मार्च) को प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री ने तब कहा था कि उनके शब्दों के चयन के लिए उन्हें माफ नहीं किया जाएगा। मैंने पहले भी टिकट नहीं मांगी थी और अब भी नहीं मांग रही हूं।
बीजेपी कैंडिडेट लिस्ट। बीजेपी ने 2 मार्च को लोकसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में कुल 195 लोगों का नाम शामिल है। पीएम मोदी के नेतृत्व में जारी की गई लिस्ट में कई पुराने लोगों का नाम काट दिया गया, जिसमें भोपाल की सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर भी शामिल है। आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में जगह न बना पाने पर प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने स्वीकार किया कि अतीत में उनकी कुछ टिप्पणियों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नाराज हो गए होंगे, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी के उम्मीदवारों की पहली सूची से बाहर कर दिया गया।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक रविवार (3 मार्च) को प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री ने तब कहा था कि उनके शब्दों के चयन के लिए उन्हें माफ नहीं किया जाएगा। मैंने पहले भी टिकट नहीं मांगी थी और अब भी नहीं मांग रही हूं।मेरे पिछले बयानों में कुछ शब्दों के इस्तेमाल से शायद प्रधानमंत्री मोदी खुश नहीं हुए होंगे और उन्होंने कहा था कि मुझे माफ नहीं किया जाएगा। हालांकि, मैंने ऐसा किया था। मैंने अपनी गलती को लेकर पहले ही उनसे माफी मांग चुकी हूं।
प्रज्ञा सिंह ठाकुर की जगह पूर्व मेयर आलोक शर्मा को लोकसभा की टिकट
बीजेपी ने शनिवार (2 मार्च) को भोपाल से प्रज्ञा सिंह ठाकुर की जगह पूर्व मेयर आलोक शर्मा को लोकसभा की टिकट दी है। वहीं प्रज्ञा सिंह ठाकुर की बारें में बात की जाए तो वो सितंबर 2008 के मालेगांव बम विस्फोट मामले में मुकदमे का सामना कर रही हैं. इसके बावजूद उन्हें साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की तरफ से टिकट दिया गया था। उन्होंने 2019 में कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह पर 3,64,822 वोटों के प्रभावशाली अंतर से जीत हासिल की थी। हालांकि, अपनी चुनावी सफलता के बावजूद प्रज्ञा सिंह ठाकुर का कार्यकाल विवादों से घिरा रहा।
2019 के लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने अशोक चक्र विजेता और महाराष्ट्र के पूर्व आतंकवाद विरोधी दस्ते (ATS) प्रमुख हेमंत करकरे की तुलना पौराणिक पात्रों रावण और कंस से करके आक्रोश फैलाया था। 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमलों में हेमंत करकरे की मौत पर उनकी टिप्पणी ने विवाद को और बढ़ा दिया, जिसके कारण भारतीय चुनाव आयोग (ECI) ने कारण बताओ नोटिस जारी किया, जिससे बीजेपी ने खुद को उनसे दूर कर लिया था।
महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की प्रशंसा
हेमंत करकरे के मामले के बाद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की देशभक्त के रूप में प्रशंसा करके एक और विवाद खड़ा कर दिया था। माफ़ी मांगने के बावजूद, उनके बयानों की निंदा होती रही, इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल थे, जिन्होंने उन्हें बेहद निंदनीय बताया था। मोदी ने कहा था कि वह महात्मा गांधी के हत्यारे को सच्चा देशभक्त बताने के लिए प्रज्ञा सिंह ठाकुर को कभी माफ नहीं करेंगे। महात्मा गांधी का अपमान करने के लिए मैं प्रज्ञा ठाकुर को कभी माफ नहीं कर पाऊंगा।