सार
लोकसभा में इस कारनामा को अंजाम देने वाले चार अन्य आरोपियों को पटियाला कोर्ट ने सात दिनों के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।
Loksabha smoke scare case mastermind: संसद में स्मोक कनस्तर से दहशत फैलाने वाले प्लान का कथित मास्टरमाइंड ललित झा ने सरेंडर कर दिया है। दिल्ली पुलिस के सामने ललित ने सरेंडर किया। उधर, लोकसभा में इस कारनामा को अंजाम देने वाले चार अन्य आरोपियों को पटियाला कोर्ट ने सात दिनों के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। चारों आरोपियों के खिलाफ एंटी-टेरर एक्ट और यूएपीए के तहत कार्रवाई की गई है। दिल्ली पुलिस ने इस घटना को प्लांड अटैक करार दिया है।
सुरक्षा में चूक में 8 सुरक्षाकर्मी भी सस्पेंड
संसद में हुई घटना को संसद सचिवालय ने सुरक्षा में चूक मानते हुए 8 सुरक्षा कर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। सिक्योरिटी में लगे रामपाल, अरविंद, वीरदास, गणेश, अनिल, प्रदीप, विमित व नरेंद्र को सस्पेंशन लेटर जारी कर दिया गया है।
बुधवार 13 दिसंबर को संसद पर हमले की बरसी थी। इस दिन संसद सत्र के दौरान लोकसभा में एक बार फिर सांसदों को डराने की कोशिश की गई। लोकसभा सत्र के दौरान दो लोगों ने सदन के अंदर पीले धुएं वाले कनस्तर खोले और पूरे सदन में अफरातफरी मच गई। उसी समय, संसद से बाहर एक युवक व एक युवती तानाशाही के खिलाफ नारे लगाते हुए लाल और पीले रंग के धुएं वाले कनस्टरों को खोलकर अपना विरोध दर्ज कराया। अचानक हुए इस वारदात से संसद के अंदर से लेकर बाहर तक अफरातफरी का माहौल उत्पन्न हो गया। देखते ही देखते सांसद इधर उधर छुपने लगे। पूरे संसद की सिक्योरिटी हाई अलर्ट पर आ गई। पुलिस ने तत्काल चारों आरोपियों को हिरासत में ले लिया। गुरुवार को चारों को दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया। चारों आरोपियों के खिलाफ यूएपीए कानून के तहत केस दर्ज किया गया है। कोर्ट ने चारों को सात दिनों का पुलिस रिमांड दिया है।
घटना से पहले सभी मिले और फिर प्लान्ड तरीके से किया काम
पुलिस की मानें तो घटना को अंजाम देने के पहले ललित झा, गुरुग्राम स्थित विक्की शर्मा के घर पर अपने साथियों, जिनकी पहचान सागर शर्मा और डी मनोरंजन (लोकसभा के अंदर) और नीलम देवी और अमोल शिंदे (संसद के बाहर) के रूप में हुई है, से मिला। इसके बाद वह लोग तय कार्यक्रम के अनुसार निकल गए। पढ़िए पूरी खबर…