सार
इंदौर में बुधवार को मेडिकल टीम पर हुए हमले के बाद पुलिस ने 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिन्होंने पुलिस को बताया कि मोहल्ले में समोसे वाली चाची ने डॉक्टरों की टीम पर हमला करने के लिए उकसाया। जिसके बाद लोग मेडिकल टीम पर टूट पड़े थे। इस दौरान डॉक्टरों ने भागकर जान बचाई थी।
इंदौर. कोरोना वायरस से जंग लड़ रही लेडी डॉक्टरों पर पिछले दिनों इंदौर में हमला किया गया था। इस मामले में पुलिस ने अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया है। जिसके बाद सभी आरोपियों से पूछताछ जारी है। इस दौरान पुलिस को कई अहम जानकारी मिली है। आरोपियों ने पुलिसिया पूछताछ में खुलासा किया है कि उन्होंने किसके कहने पर डॉक्टर्स की टीम पर हमला किया। आरोपियों ने बताया कि उन्होंने समोसे वाली चाची के शोर मचाने पर डॉक्टरों पर हमला किया। पूछताछ के बाद पुलिस ने 10 अन्य आरोपियों की भी शिनाख्त की है।
समोसे वाली चाची ने उकसाया
स्थानीय अखबारों के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस को दिए गए बयान में कहा है कि डॉक्टरों के मोहल्ले में आने के बाद समोसे वाली चाची का शोर सुना। आरोपियों ने बताया है कि चाची ने हम लोगों के बीच में गलतफहमियां पैदा कर उकसाया। उनके उकसाने के बाद ही हम लोगों ने स्वास्थ्यकर्मियों पर हमला बोल दिया।
चाची की तलाश में जुटी पुलिस
गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पुलिस की पूछताछ जारी है। आरोपियों द्वारा दिए गए बयान के आधार पर पुलिस अब समोसे वाली चाची की तलाश कर रही है। आरोपियों ने पुलिस से यह भी कहा है कि डॉक्टरों की टीम मुबारिक की मां (जिन्हें मोहल्ले के लोग समोसे वाली चाची कहते हैं) के घर में स्क्रीनिंग कर रही थी। उन्होंने शोर करने के साथ ही डॉक्टरों को धमकाया भी था।
हमले में हिस्ट्रीशीटर बदमाश भी शामिल
हमले में शामिल चार लोगों पर रासुका लगाया गया है। चारों को रीवा जेल में भेज दिया गया है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार हमले में शामिल कुछ लोग हिस्ट्रीशीटर बदमाश हैं। इसमें मज्जू पूर्व में भी सांप्रदायिक दंगे, हत्या, हथियारों की खरीद-फरोख्त और पुलिस पर गोली चलाने का आरोपित रहा है। पुलिस ने कहा है कि इस षडयंत्र में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा, उन्हें भी जांच के बाद आरोपित बनाया जाएगा।
बुधवार को टीम पर हुआ था हमला
इंदौर में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। स्वास्थ्य विभाग ने देश के 16 हॉट स्पॉट शहरों में इंदौर को भी शामिल किया है। बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम शहर के टाटपट्टी बाखल में कोरोना संक्रमितों की जांच करने पहुंची थी। जिस पर लोगों ने पथराव कर दिया था। इस दौरान स्वास्थ्यकर्मी जान बचाकर भागे। उपद्रवियों ने बैरिकेड्स भी तोड़ दिए। पुलिस ने इनके खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा का केस दर्ज किया है। जांच टीम में दो महिला डॉक्टर भी शामिल थीं। दरअसल, सिलावटपुरा में एक कोरोना पॉजिटिव की मौत के बाद यहां स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार स्क्रीनिंग कर रही है। इसी दौरान यहां लोगों ने पथराव कर दिया था।
शिवराज की चेतावनी
मेडिकल टीम पर हमला किए जाने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने साफ- साफ चेतावनी दी है। इसके साथ ही हमला करने वालों पर अब राज्य सरकार रासुका के तहत कार्रवाई करेगी। शिवराज ने कहा कि ऐसा करने वाले लोग इंसान नहीं, इंसानियत के दुश्मन हैं। हम इन्हें सख्त सजा देंगे।