सार

ये मिसाइल पूर्णत:  स्वदेशी रूप से विकसित है। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि इस एंटी टैंक मिसाइल को थर्मल साइट के साथ एकीकृत मानव-पोर्टेबल लांचर से लॉन्च किया गया है। 

नई दिल्ली. डीआरडीओ (DRDO) ने मंगलवार को एक बड़ी कामयाबी मिली है। डीआरडीओ ने मैन पोर्टेबल एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। ये मिसाइल पूर्णत:  स्वदेशी रूप से विकसित है। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि इस एंटी टैंक मिसाइल को थर्मल साइट के साथ एकीकृत मानव-पोर्टेबल लांचर से लॉन्च किया गया है। 
 

बताया जा रहा है कि यह मिसाइल भारतीय सेना की पैदल सेना और पैराशूट स्पेशल फोर्स के लिए है। यह पोर्टेबल मिसाइल है जिसे एक से दूसरी जगह आदमियों द्वारा लेकर जाया जाता है। इसे अधिकतम 2.5 किलोमीटर की रेंज तक एक तिपाई का इस्तेमाल कर लॉन्च किया जा सकता है। डीआरडीओ ने इसका वीडियो भी जारी किया है जिसमें स्वदेशी रूप से विकसित एंटी टैंक मिसाइल को लॉन्च होते हुए देखा जा सकता है। 

 


ब्रह्मोस मिसाइल के आधुनिक संस्करण का सफल परीक्षण
वहीं, मंगलवार को ही भारत ने आधुनिक सुपरसोनिक ब्रह्मोस मिसाइल  के नये संस्करण का मंगलवार को भारतीय नौसेना के गुप्त तरीके से निर्देशित मिसाइल विध्वंसक पोत से सफल परीक्षण-प्रक्षेपण किया। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने कहा कि मिसाइल ने सटीक तरीके से निर्धारित लक्ष्य पर निशाना साधा.  डीआरडीओ ने ट्वीट किया, ‘‘ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के समुद्र से समुद्र में प्रहार करने वाले आधुनिक संस्करण का आज आईएनएस विशाखापत्तनम से परीक्षण किया गया। मिसाइल ने निर्धारित लक्ष्य पर सटीक तरीके से निशाना साधा।’’

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