सार
कर्नाटक के उडुपी जिले की एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर को एक मुस्लिम छात्र को आतंकवादी कहकर पुकारने का मामला तूल पकड़ा हुआ है। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद प्रोफेसर को सस्पेंड कर दिया गया है।
मेंगलुरु (Mangaluru-Karnataka). उडुपी जिले की एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर को एक मुस्लिम छात्र को आतंकवादी कहकर पुकारने का मामला तूल पकड़ा हुआ है। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद प्रोफेसर को सस्पेंड कर दिया गया है। हालांकि मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) के इस प्रोफेसर और छात्रों के बीच बातचीत के बाद मामला सुलझा लिया गया। प्रोफेसर ने माफी मांग ली है। मामला शुक्रवार(25 नवंबर) को हुआ। इस दौरान क्लास में बाकी बच्चे चुप बैठे देखे गए।
प्रोफेसर बोला, मजाक में कही थी ये बात
कथित टिप्पणी को लेकर प्रोफेसर से भिड़ने वाले छात्र का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद यूनिविर्सटी मैनेजमेंट ने प्रोफेसर को सस्पेंड कर दिया है। वहीं, पूरे मामले की जांच कराई जा रही है। कॉलेज ने जांच पूरी होने तक प्रोफेसर की क्लास में एंट्री बैन कर दी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, टीचर ने स्टूडेंट से उसका नाम पूछा था। जब छात्र ने नाम बताया तो टीचर ने कहा- ओह! तुम कसाब जैसे हो?
हालांकि जब इस मामले में जब प्रोफेसर से छात्र भिड़ गया, तब असिस्टेंट प्रोफेसर ने सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने यह बात मजाकिया अंदाज में कही थी। इसका वीडियो सामने आया है। इस सवाल के जवाब में छात्र ने कहा कि 26/11(मुंबई आतंकी हमला) मजाक उड़ाने वाली बात नहीं है। इस देश में मुसलमान होना और यह सब रोजाना झेलना कोई मजाक नहीं है। छात्र ने पलटकर कहा-"सर, आप मेरे धर्म के बारे में मजाक नहीं कर सकते, वह भी अपमानजनक तरीके से।"
प्रोफेसर ने बताया बेटे की तरह
जब मामला बिगड़ने लगा, तो प्रोफेसर ने छात्र से माफी मांगी और कहा कि वह उनके बेटे की तरह है। लेकिन छात्र आगे कहता है कि अगर उसके पिता ने ऐसा कुछ कहा होता, तो वह उसका भी विरोध करता। उसने प्रोफेसर से पूछा कि क्या वह पूरी क्लास के सामने अपने बेटे को आतंकवादी कहेंगे? आप प्रोफेशनल हैं, टीचर हैं। टीचर के सॉरी कहने पर स्टूडेंट ने कहा-"आपके सॉरी से न तो आपकी सोच बदलेगी और न ही यहां आपका तौर-तरीका बदलेगा।" हालांकि बाद में प्रोफेसर और छात्र दोनों ने एक-दूसरे से बात की और मतभेदों को दूर कर लिया।
इस तरह पकड़ा तूल
यूनिवर्सिटी के एक स्टूडेंट ग्रुप ने WhatsApp post सर्कुलेट की थी। इसमें छात्र ने कहा, सभी को नमस्कार, आप सभी ने जो एक वीडियो वायरल हो रहा है, देखा होगा? जिसमें एक छात्र अपने शिक्षक से कह रहा है कि नस्लवादी टिप्पणियां स्वीकार्य(racist comments are not acceptable) नहीं हैं।"
"इसके पीछे वजह यह है कि वे मुझे एक अस्वीकार्य नाम(unacceptable name) कसाब से बुला रहे थे, जो इस देश के सबसे बड़े आतंकवादियों में से एक है। यह एक मजाक था, जिसे एक इंसान की पहचान पर सवाल उठाने के लिए एक वैध-पर्याप्त कारण नहीं माना जा सकता है।यूनिवर्सिटी के पीआर डायरेक्टर एसपी कार ने कहा कि घटना पिछले सप्ताह की बताई गई थी।
यह वीडियो जर्नलिस्ट राजदीप सरदेसाई ने भी tweet किया और लिखा कि कथित तौर पर मणिपाल यूनिवर्सिटी ने एक मुस्लिम छात्र को 'आतंकवादी' कहने वाले प्रोफेसर को निलंबित कर दिया है। यह भयानक कट्टरता का 'सामान्यीकरण' है, जिसके लिए सार्वजनिक हस्तियों, नागरिक समाज और मीडिया को भी आत्मनिरीक्षण करने की आवश्यकता है।
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