PM Modi Appeal: ट्रंप ने H1B वीज़ा शुल्क बढ़ाकर भारतीय पेशेवरों के अमेरिकी सपनों पर बड़ा झटका दिया! क्या मोदी की मेड इन इंडिया अपील अब देशवासियों के लिए नया मोड़ लाएगी? नवरात्रि पर उठेगा स्वदेशी का सशक्त कदम!
PM Modi Swadeshi Movement: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने H1B वीजा शुल्क बढ़ाकर भारतीय पेशेवरों को बड़ा झटका दिया है। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से मेड इन इंडिया अपनाने की अपील की है। मोदी ने कहा कि अब समय आ गया है कि हम विदेशी सामान छोड़कर स्वदेशी उत्पादों को अपनाएँ। नवरात्रि की पूर्व संध्या पर पीएम मोदी ने देश को यह संदेश दिया कि स्वदेशी अपनाना और आत्मनिर्भर बनना हर भारतीय का कर्तव्य है।
ट्रंप की दादागिरी और मोदी का सशक्त संदेश
ट्रंप ने भारत पर ट्रेड वार तेज कर दिया है और H1B वीजा शुल्क बढ़ाया है। भारतीय पेशेवरों और उद्योगों पर इसका असर चिंता का कारण बन गया है। इस कठिन समय में प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों को हिम्मत और मार्गदर्शन दिया। उनका संदेश साफ है-विदेशी दबाव के बावजूद भारत आत्मनिर्भर बनेगा, और इसके लिए हर घर में मेड इन इंडिया का प्रतीक होगा।
मेड इन इंडिया अपनाने का आह्वान
मोदी ने कहा, “देश की स्वतंत्रता को स्वदेशी के मंत्र से ताकत मिली थी, उसी तरह आज हमारी समृद्धि को स्वदेशी उत्पादों से बल मिलेगा। हमें अपने रोज़मर्रा के जीवन में विदेशी सामानों से मुक्ति पाकर मेड इन इंडिया को अपनाना होगा।” उन्होंने हर भारतीय से आग्रह किया कि अब स्वदेशी खरीदना और बेचना हर घर का नया स्वभाव बनना चाहिए।
नवरात्रि से नई शुरुआत
प्रधानमंत्री ने नवरात्रि के पहले दिन, 22 सितंबर से, देश में आत्मनिर्भर भारत अभियान की दिशा में एक नया कदम उठाने की बात कही। इस दिन के साथ ही अगली पीढ़ी के GST सुधार भी लागू होंगे, जिससे व्यापार आसान और निवेश आकर्षक बनेगा। मोदी का कहना है कि हर राज्य को इस अभियान में सक्रिय भागीदार बनना चाहिए।
हर घर बनेगा स्वदेशी का प्रतीक
पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि स्वदेशी अपनाने का मतलब केवल उत्पाद खरीदना नहीं है, बल्कि यह देश की आर्थिक ताकत और आत्मनिर्भरता को मजबूत करने का तरीका है। हर घर में स्वदेशी का प्रतीक बनाकर हम भारत को विकसित और मजबूत बना सकते हैं।
राज्य सरकारों को भी जिम्मेदारी
मोदी ने राज्य सरकारों से आग्रह किया कि वे उत्पादन और निवेश बढ़ाएं, ताकि हर राज्य आत्मनिर्भर बने। इस पहल से न केवल व्यापारियों को फायदा होगा, बल्कि आम नागरिक भी सस्ते और गुणवत्तापूर्ण स्वदेशी उत्पादों का लाभ उठा सकेंगे।
