सार

मध्यप्रदेश में 3 नवंबर को होने वाले उपचुनाव से पहले कमलनाथ के बयान को लेकर राजनीतिक घमासान तेज हो गया है। कमलनाथ ने यह विवादित बयान राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी को लेकर दिया था। इस बयान के विरोध में भाजपा सड़क पर उतर आई है। 

भोपाल. मध्यप्रदेश में 3 नवंबर को होने वाले उपचुनाव से पहले कमलनाथ के बयान को लेकर राजनीतिक घमासान तेज हो गया है। कमलनाथ ने यह विवादित बयान राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी को लेकर दिया था। इस बयान के विरोध में भाजपा सड़क पर उतर आई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा समेत तमाम नेताओं ने अलग अलग शहरों में मौन धरना दिया। 

उधर, इमरती देवी ने कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी से कमलनाथ को पार्टी से निकालने की मांग की है। इस मामले में बसपा चीफ मायावती ने कांग्रेस से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने के लिए कहा है। 


इंदौर में मौन प्रदर्शन करते ज्योतिरादित्य सिंधिया।


क्या कहा मायावती ने ?
मायावती ने ट्वीट किया, मध्यप्रदेश में ग्वालियर की डाबरा रिजर्व विधानसभा सीट पर उपचुनाव लड़ रही दलित महिला के बारे में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व सीएम द्वारा की गई घोर महिला-विरोधी अभद्र टिप्पणी अति-शर्मनाक व अति-निन्दनीय। इसका संज्ञान लेकर कांग्रेस आलाकमान को सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए।

 


क्या कहा था कमलनाथ ने?
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ रविवार को ग्वालियर जिले की डबरा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश राजे के समर्थन में सभा करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा था, हमारे राजे (कांग्रेस प्रत्याशी) तो सीधे-सादे और सरल हैं। ये उसके जैसे नहीं हैं। मैं क्यों उसका नाम लूं। इतने में लोग बोले- इमरती देवी। इस पर हंसते हुए कमलनाथ बोले- आप लोग मेरे से ज्यादा उसको पहचानते हैं। आप लोगों को तो मुझे पहले ही सावधान कर देना चाहिए था। वह क्या आइटम है। 

कमलनाथ को मध्यप्रदेश में रहने का हक नहीं- इमरती देवी
भाजपा ने रविवार को भोपाल में कमलनाथ का पुतला जलाया। इस दौरान इमरती देवी ने कहा, ये लोग मध्यप्रदेश को जानते नहीं हैं। कहां के हैं, पता नहीं है। इन्हें मध्यप्रदेश में रहने का हक नहीं है। एक मां, बहन बेटी से इस तरह की बात कहना बहुत अपमानजनक है।


भोपाल में मौन प्रदर्शन करते भाजपा के नेता।

यह चंबल की बेटी का अपमान है- शिवराज सिंह

उधरस शिवराज सिंह चौहान ने कहा, मेरा अपमान होता तो मैं सह लूंगा, लेकिन आज कमलनाथ ने अन्याय की अति की है। ग्वालियर चंबल की माटी की एक बहन, एक बेटी का अपमान किया है। इमरती देवी गरीब के घर पैदा हुईं। इमरती मजदूरी करके विधायक बनीं और फिर मंत्री बनीं। इमरती देवी एससी जाति में पैदा हुईं, लेकिन किसी गरीब की बेटी का अपमान करने का अधिकार तुम्हें है क्या? शर्म आनी चाहिए। कमलनाथ किसका अपमान कर रहे हो? समझते क्या हो अपने आपको?

शिवराज सिंह चौहान ने लिखा सोनिया को पत्र, कमलनाथ को पार्टी से निकालने की मांग की
शिवराज सिंह चौहान का पत्र