मोदी के 73 Look: संघ के स्वयंसेवक से प्रधानमंत्री तक, देखें मोदी का सबसे अलग अंदाज
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पीएम मोदी की पॉलिटिक्स में शुरुआत महज 8 साल की उम्र में हुई। मोदी लक्ष्मणराव इनामदार के मार्गदर्शन में RSS के जूनियर कैडेट बने, जो बाद में उनके गुरु भी बने।
1958 में दिवाली के दिन गुजरात RSS के पहले प्रांत प्रचारक लक्ष्मणराव इनामदार उर्फ वकील साहब ने मोदी को बाल स्वयंसेवक की शपथ दिलाई थी।
लालकृष्ण आडवाणी नरेन्द्र मोदी के राजनीतिक गुरु हैं। 90 के दशक में मोदी ने आडवाणी की रथ यात्रा के दौरान भी बड़ी भूमिका निभाई थी।
1967 में 17 साल की उम्र में नरेन्द्र मोदी अहमदाबाद पहुंचे और उसी साल उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सदस्यता ली। इसके बाद 1974 में वे नव निर्माण आंदोलन में शामिल हुए।
इस तरह सक्रिय राजनीति में आने से पहले मोदी कई सालों तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक रहे। संघ के रास्ते ही 1987 में वो BJP में शामिल हो गए।
साल 1988-89 में उन्हें भारतीय जनता पार्टी की गुजरात ईकाई का महासचिव बनाया गया। मोदी ने लाल कृष्ण आडवाणी की 1990 की सोमनाथ-अयोध्या रथ यात्रा के आयोजन में अहम भूमिका निभाई थी।
मोदी को 1995 में भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय सचिव और पांच राज्यों का पार्टी प्रभारी भी बनाया गया। इसके बाद 1998 में उन्हें महासचिव (संगठन) बनाया गया। इस पद पर वो अक्टूबर 2001 तक रहे।
2001 में गुजरात में आए विनाशकारी भूकंप की वजह से 20 हजार लोग मारे गए। इस दौरान राजनीतिक दबाव के चलते तत्कालीन मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल को इस्तीफा देना पड़ा।
इसके बाद उनकी जगह नरेंद्र मोदी को CM बनाया गया। मुख्यमंत्री बनने के बाद तो मोदी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
2012 आते-आते बीजेपी में मोदी का कद इतना बड़ा हो चुका था कि पार्टी अब उन्हें देश के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में देखने लगी थी।
2013 में नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता को देखते हुए बीजेपी और एनडीए ने उन्हें प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया। इसके बाद 2014 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ही बीजेपी ने लोकसभा चुनाव लड़ा और प्रचंड जीत हासिल की।
जनता ने मोदी को दिल खोलकर आशीर्वाद दिया और मई, 2014 में वो देश के 14वें प्रधानमंत्री बने। 5 साल तक काम करने के बाद 2019 में उनके नेतृत्व में बीजेपी ने पहले से भी ज्यादा सीटें हासिल कीं।
नरेन्द्र मोदी को बचपन में नरिया कहकर बुलाया जाता था। उनके पिता की वड़नगर रेलवे स्टेशन पर चाय की छोटी-सी दुकान थी।
मोदी की स्कूली पढ़ाई वड़नगर के भगवताचार्य नारायणचार्य स्कूल से हुई। वे बचपन से ही स्कूल में एक्टिंग, वाद-विवाद और नाटकों में भाग लेते थे।
बेहद कम लोग ही जानते होंगे कि नरेन्द्र मोदी एक बार शर्मिष्ठा तालाब से घड़ियाल का एक बच्चा पकड़ लाए थे। बाद में मां के समझाने पर उन्होंने उसे वापस तालाब में छोड़ा था।
नरेन्द्र मोदी कोई भी नया काम शुरू करने से पहले अपनी मां हीराबेन का आशीर्वाद जरूर लेते थे। 2014 और 2019 के चुनाव में जीत के बाद भी वो मां के पास पहुंचे थे।
कम लोग ही जानते होंगे कि मोदी जब संघ में थे तो उन्होंने अपने कुर्ते की बांह छोटी करवा ली थी, ताकि वो गंदी न हो। आगे चलकर यही 'मोदी ब्रांड कुर्ता' बन गया।
नरेंद्र मोदी 1947 में देश की आजादी के बाद पैदा हुए पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं। पीएम मोदी के X (Twitter) पर करीब 92 मिलियन (9.2 करोड़) फॉलोअर्स हैं।
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