सार
PM मोदी ने हाल ही में Asianet News को अब तक का सबसे इनडेप्थ इंटरव्यू दिया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने विदेशों में रहने वाले भारतीयों को लेकर कहा- किसी भी संकट के वक्त भारत फर्स्ट रिस्पांडर रहा है।
लोकसभा चुनाव-2024 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सबसे ज्यादा किसी चीज पर जोर दे रहे हैं तो वो है 'मोदी की गारंटी'। अपने 10 साल के कामकाज को लेकर वो जनता के बीच जा रहे हैं। हाल ही में पीएम मोदी ने Asianet News को अब तक का सबसे इनडेप्थ इंटरव्यू दिया। इस दौरान राजेश कालरा, एग्जीक्यूटिव चेयरमैन, एशियानेक्स्ट डिजिटल टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड, अजीत हनमक्कानवार, एडिटर एशियानेट सुवर्णा न्यूज और सिंधु सूर्यकुमार, एग्जीक्यूटिव एडिटर, एशियानेट न्यूज ने देश के हर बड़े मुद्दे से जुड़े सवाल किए, जिनका पीएम ने बड़ी बेबाकी से जवाब दिया।
दुनिया आज भारत को विश्व बंधु के रूप में देख रही
PM मोदी ने कहा- आज भारत की एक क्रेडिबिलिटी है। दुनिया भारत को विश्व बंधु के रूप में देख रही है और किसी भी संकट के समय भारत हमेशा फर्स्ट रिस्पांडर रहा है। मैंने अभी कावेरी ऑपरेशन चलाया था। कर्नाटक के लोग सूडान में थे, उन्हें वहां से वापस लाना था और हम लेकर आए। वो तो बेचारे वहां ऐसा काम करते थे मेहनत-मजदूरी का कि उनके लिए अगर रोजी-रोटी बंद हो जाए तो क्या करेंगे। इसलिए विदेश नीति का जो पर्सपेक्टिव है वो हमने पूरी तरह बदल दिया है। हमने हमारी नीति में हमारे प्रवासियों को भी उतना ही महत्व दिया, जितना कि हमारे प्रवासियों की ताकत है।
पासपोर्ट का रंग कोई भी, मेरे लिए उनका खून हिंदुस्तानी
PM ने आगे कहा- भारतीय प्रवासियों पर कोई भी संकट हो, हम कहते हैं पासपोर्ट का रंग कोई भी होगा, लेकिन मेरे लिए उनका खून हिंदुस्तानी है। अगर हिंदुस्तानी ब्लड है तो मैं उसके लिए करूंगा। पहले प्रवासियों का रेस्क्यू फॉरेन पॉलिसी का हिस्सा ही नहीं था। जिनका नसीब है वो जानें, क्या वो हमसे पूछकर गए थे, ये भाव तक पुरानी सरकारों में थे। मैं कहता हूं वो गया है, अब मेरा काम है मैं उसकी चिंता करूंगा और हम एंड-टू-एंड प्लानिंग करके चलते हैं। दूसरे देशों के लोग भी हमारी क्रेडेबिलिटी देखते हैं। एक बार तिरंगा लेकर चल पड़े ना, भारत माता की जय बोली तो कोई पूछता नहीं है कि किस देश का नागरिक है, उसको जाने देते हैं।
संबंधों का इस्तेमाल कर हम अपनों को भारत लाए
2015 में यमन संकट हो, सऊदी किंग से बात की और हजारों लोगों को वापिस लाने का काम हमने किया। यूक्रेन संकट तो अभी हाल का ही मामला है। कहीं, एक कैंडिडेट को चुनाव के लिए जो डिपॉजिट देनी थी, तो यूक्रेन से जो बच्चे वापिस आए थे, उन्होंने इकट्ठा करके उन्हें पैसा दिया। केरल के लोगों को मालूम होगी फादर टॉम की कहानी। फादर टॉम लंबे अरसे तक ISIS के आतंकियों के कब्जे में थे। हमने लगातार डिप्लौमैटिक तरीके से कोशिश की और लंबे समय के बाद उनको जिंदा वापिस लाए। बंगाल की एक बेटी अफगानिस्तान में इसाईयों के लिए काम करती थी, उसका अपहरण हो गया था। महीनों तक वो आतंकियों के कब्जे में रही। हमने अपने हर प्रकार के संबंधों का उपयोग किया और उसको सुरक्षित घर ले आए।
PM Modi with Asianet News: Watch Full Interview