सार
प बंगाल में विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद भी राजनीति चरम पर है। यहां भाजपा जहां चुनाव के बाद हो रही हिंसा को लेकर ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साध रही है। वहीं, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोरोना की वैक्सीन को लेकर केंद्र पर हमलावर हैं। लेकिन राजनीति के चलते वे किसानों की सुध लेना भी भूल गई हैं।
कोलकाता. प बंगाल में विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद भी राजनीति चरम पर है। यहां भाजपा जहां चुनाव के बाद हो रही हिंसा को लेकर ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साध रही है। वहीं, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोरोना की वैक्सीन को लेकर केंद्र पर हमलावर हैं। लेकिन राजनीति के चलते वे किसानों की सुध लेना भी भूल गई हैं।
दरअसल, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने चुनाव नतीजों के अगले दिन ही ममता बनर्जी को बधाई देते हुए एक पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने कहा था कि किसानों को अब तक पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ नहीं मिला है। ऐसे में उन्होंने ममता से अपील की थी कि वे ऑटो डेविट की स्वीकृति दें।
ममता ने पत्र पढ़ा तक नहीं
अपने पत्र में नरेंद्र सिंह तोमर ने लिखा, राज्य सरकार ने किसानों का डेटा उपलब्ध नहीं कराया। लेकिन इसके बावजूद 41 लाख किसानों ने पीएम किसान पोर्टल पर खुद रजिस्ट्रेशन कराया था। इसके अलावा राज्य सरकार ने नोडल अफसर नियुक्त किया था लेकिन आचार संहिता लागू होने से किसानों के खाते में पैसा ट्रांसफर नहीं हो सका। ऐसे में इसे ट्रांसफर करने के लिए ऑटो डेविट की स्वीकृति दिया जाना बाकी है।
उन्होंने कहा, राज्य सरकार से अपील है कि वे गाइडलाइन का पालन करते हुए किसानों का डेटा पोर्टल पर अपलोड करने की व्यवस्था करें। ताकि बंगाल के किसानों को योजना का लाभ मिल सके।
ममता ने इसी मुद्दे पर केंद्र को लिखा पत्र
किसानों के डेटा को अपलोड करना तो छोड़िए, ममता बनर्जी ने इस पत्र को पढ़ा तक नहीं। यहां तक की ममता बनर्जी ने इसी मुद्दे पर केंद्र को भी पत्र लिख डाला।