सार
9 और 10 सितंबर नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम (Bharat Mandapam) में जी20 समिट का आयोजन किया जा रहा है। भारत मंडपम में नटराज की 28 फीट ऊंची मूर्ति भी लगाई गई है।
PM Modi On Natraja Statue. नई दिल्ली में आयोजित होने वाले जी20 ग्लोबल समिट के लिए भारत मंडपम को पूरी तरह से तैयार कर लिया गया है। यहां पर दुनिया भर के दिग्गज पहुंचेंगे तो उन्होंने 28 फीट ऊंची नटराज की मूर्ति भी दिखेगी। यह मूर्ति बेहद शानदार तरीके से तैयार की गई है और भारत मंडपम में लगाया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को कहा कि भारत मंडपम में लगी नटराज की यह मूर्ति भारत की जीवनशैली और समृद्ध कला-संस्कृति का उदाहरण है।
सोशल मीडिया पर खूब पसंद की जा रही है यह मूर्ति
इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर फॉर आर्ट्स ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर यह मूर्ति शेयर की है। इस पर प्रधानमंत्री ने कहा कि नटराज की यह मूर्ति भारत की सदियों पुरानी कला-संस्कृति और हमारी विरासत का हिस्सा है। यह मूर्ति भारत के प्राचीन और समृद्ध जीवनशैली को भी दर्शाती है। जब पूरी दुनिया के लोग यहां इकट्ठा होंगे तो यह मूर्ति उन्हें भारत की समृद्ध परंपरा से अवगत कराएगी।
दुनिया की सबसे ऊंची नटराज की मूर्ति
नई दिल्ली के भारत मंडपम में लगी नटराज की यह मूर्ति अष्टधातु की बनी हुई है और दुनिया की सबसे ऊंची नटराज की मूर्ति है। इसकी ऊंचाई 27 फीट है। इस मूर्ति का वजह करीब 20 टन है, जिसे वैक्स तकनीक से तैयार किया गया है। यह मूर्ति भगवान शिव के तांडव को दर्शाती है और इसका न सिर्फ कलात्मक महत्व है बल्कि यह धार्मिक और आध्यात्मिकता से भी परिपूर्ण है। भगवान शिव का तांडव नृत्य स्फूर्ति और ऊर्जा का प्रतीक है।
शिल्प शास्त्र के आधार पर बनी यह मूर्ति
नटराज की यह मूर्ति पारंपरिक स्थापित ऑफ स्वामीमलाई परंपरा से बनाई गई है, यह कला भारत की प्राचीन कला है और इसे शिल्प शास्त्र के आधार पर तैयार किया गया है। स्वामीमलाई परंपरा के लोग चोल साम्राज्य के दौरान 9वीं शताब्दी से ही इस तरह के शिल्प का निर्माण करते आ रहे हैं। इस मूर्ति में 87 प्रतिशत तांबा, 10 प्रतिशत जिंक, 3 प्रतिशत लेड, सिल्वर, गोल्ड, मरकरी ट्रेस, आयरन का इस्तेमाल किया गया है।
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