सार
एक्टर शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान (Aryan Khan) को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने 6 दिन पहले मुंबई क्रूज ड्रग्स केस (Mumbai Cruise Drugs case) में गिरफ्तार किया है। इस मामले में सियासत भी गर्म है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने इसे लेकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एनसीबी और बीजेपी पर हमला बोला।
मुंबई। मुंबई क्रूज ड्रग्स केस (Mumbai cruise drugs case) में एनसीबी (NCB) ने आरोपों पर सफाई दी है। NCB उप महानिदेशक (उत्तर) ज्ञानेश्वर सिंह (Gyaneshwar Singh) ने कहा कि हम भेदभाव के आधार पर काम नहीं करते हैं। ना ही हम किसी जाति, धर्म, पार्टी के आधार पर काम करते हैं, बल्कि हम सबूतों के आधार पर कोर्ट की देखरेख में काम करते हैं। बता दें कि इस मामले में अभिनेता शाहरुख खान (Shahrukh Khan) के बेटे आर्यन खान (Aryan Khan) भी गिरफ्तार किए गए हैं।
सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि 'एनसीबी पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं। एनसीबी की प्रक्रिया कानूनी रूप से पारदर्शी और निष्पक्ष है। सभी आरोपियों के साथ समान व्यवहार किया जाता है।' एनसीबी का कहना है कि पूरी कार्रवाई बिना किसी राजनैतिक दबाव के और पारदर्शी तरीके से की गई है। एनसीबी ने कहा कि एनसीपी नेता की ओर से लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं। एनसीबी अपने इंटेलिजेंस और पब्लिक से मिली सूचना के आधार पर कार्रवाई करती है। ऐसी ही एक सूचना के आधार पर क्रूज शिप पर दो अक्टूबर को रेड की गई थी, जिसमें आठ लोगों की गिरफ्तारी हुई थी। उनके पास से ड्रग्स के साथ एक लाख 35 हजार रुपए भी बरामद हुए थे।
गवाह के तौर पर शामिल करने होते हैं बाहरी लोग
एनसीबी ने बताया कि किसी भी कार्रवाई से पहले हमें गवाह के तौर पर लोगों को शामिल करना होता है। क्रूज शिप पर हुई रेड में 9 स्वतंत्र गवाह बनाए गए थे, जिसमें मनीष भानुशाली और केपी गोसावी भी थे। उन्होंने दावा किया कि इस रेड से पहले एनसीबी उन गवाहों को जानती नहीं थी। ये भी बताया कि दो अक्टूबर की रात हुई रेड के बाद कुल 14 लोगों को एनसीबी दफ्तर में लाया गया था। पूछताछ के बाद छह लोगों को छोड़ दिया गया था।
नवाब मलिक ने लगाए थे आरोप
बता दें कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik)ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एनसीबी और बीजेपी पर हमला बोला था। मलिक ने क्रूज पर हुई रेड को ही फर्जी बता दिया था। उनका कहना था कि पूरी रेड फर्जी थी। उन्होंने मांग भी की थी कि समीर वानखेड़े की कॉल डिटेल की भी जांच हो। दावा किया कि आर्यन खान के पास कुछ भी नहीं मिला। प्रतीक गाबा और आमिर फर्नीचरवाला उसे फंसाने के लिए वहां ले गए। इन दोनों को छोड़ भी दिया गया। महाराष्ट्र सरकार के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक ने ऋषभ सचदेवा की कम्बोज और परिवार के साथ तस्वीरें दिखाईं और कहा कि जिस क्रूज पर 1300 लोग थे, वहां से आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया। हमारे पास जानकारी ये है कि बीजेपी के स्थानीय और दिल्ली में बैठे नेताओं ने ऋषभ सचदेवा, प्रतीक गाबा और आमिर फर्नीचरवाला की रिहाई के लिए फोन कॉल्स किए। समीर वानखेड़े को इस बात का जवाब देना होगा कि आखिर उन्हें क्यों छोड़ दिया गया। उन्हें छोड़ने से पहले उनसे क्या पूछताछ की गई।