सार

कोविड के नए वैरिएंट Omicron को देखते हुए सरकार ने टीकाकरण (Vaccination) बढ़ाने की तैयारी की है। इसके तहत घर-घर टीकाकरण अभियान एक महीने के लिए बढ़ाया गया है। 

नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Ministry Of Health) ने मंगलवार को कहा कि घर-घर जाकर कोविड रोधी टीकाकरण (Covid 19 Vaccination) करने के अभियान 'हर घर दस्तक' को 31 दिसंबर तक बढ़ा दिया गया है। इसमें पहली डोज (First Dose) की 100 प्रतिशत कवरेज और दूसरी डोज (Second Dose) से संबंधित ‘बैकलॉग' पूरा करने का लक्ष्य है। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने इस संबंध में राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के साथ डिजिटली बैठक भी की। इसमें विभिन्न देशों में कोरोना वायरस के ओमीक्रोन वैरिएंट (Omicorn Variant) के मामलों के बीच कोरोना (Covid 19)  से बचाव के उपयों की समीक्षा की गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 नवंबर को 'हर घर दस्तक' अभियान शुरू किया था और यह 30 नवंबर तक जारी रहना था। राज्यों को सलाह दी गई है कि वे कोविड रोधी टीकाकरण (Vaccination) की गति तेज करें और इसका दायरा बढ़ाएं। 

अभी वैक्सीनेशन बढ़ाने और कोविड उपयुक्त व्यवहार की जरूरत 
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के डीजी डॉक्टर बलराम भार्गव ने कहा कि टीकाकरण का दायरा बढ़ाने, कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करने और सामूहिक रूप से एकत्र होने से बचने की जरूरत है। कोरोना वायरस का नया वैरिएंट ओमीक्रोन आरटीपीसीआर (RT-PCR)और रैपिड एंटीजन टेस्ट (RAT)से नहीं बच पाता है।  

दिल्ली में 10 हजार ICU बेड तैयार, केजरीवाल ने बताया OMICRON से लड़ने का प्लान...



दिल्ली (Delhi) के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arwind Kejriwal) ने बताया कि मैंने अधिकारियों के साथ एक मीटिंग की। हमें उम्मीद है कि Omicron का कोई भी केस अभी भारत में नहीं है। लेकिन एक जिम्मेदार सरकार होने के नाते हमें पहले से तैयारी की जरूरत है। सबसे पहले अस्पतालों में बेड्स पर फोकस है। हमने 30 हजार ऑक्सीजन बेड तैयार रखे हैं। इनमें से 10 हजार आईसीयू (ICU)बेड हैं। केजरीवाल ने बताया कि 6,800 बेड और तैयार हो रहे हैं। इसके बाद इनकी संख्या बढ़कर 17,000 हो जाएगी। हमने हर म्युनिसिपल हॉस्पिटल में 2 हफ्ते में कम से कम 100 ऑक्सीजन बेड (Oxigen Beds) की व्यवस्था करने का लक्ष्य रखा है। ऐसे में कम से कम 27 हजार और ऑक्सीजन बेड तैयार हो जाएंगे। कोरोना में 32 तरह की दवाएं इस्तेमाल की गईं। हमने 2 महीने का स्टॉक ऑर्डर किया है। इसलिए दवाओं की किसी भी तरह की किल्लत नहीं होने दी जाएगी। दिल्ली के सभी अस्पतालों को मिलाकर हमारे पास लगभग 750 मीट्रिक टन ऑक्सीजन क्षमता है। 442 मीट्रिक टन की अतिरिक्त भंडारण क्षमता तैयार है। दिल्ली 121 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का प्रोडक्शन करता है। हर मिनट ऑक्सीजन की उपलब्धता जानने के लिए सभी ऑक्सीजन टैंकों पर टेलीमेट्री उपकरणों की स्थापना का आदेश दिया गया है। 

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