सार
75वें गणतंत्र दिवस परेड में अगले साल 26 जनवरी को कर्तव्य पथ पर सिर्फ महिलाओं की टुकड़ियां दिख सकती हैं। रक्षा मंत्रालय द्वारा इस संबंध में तैयारी की जा रही है। तीनों नेताओं को इस संबंध में ज्ञापन दिया गया है।
नई दिल्ली। नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर होने वाले अगले साल के गणतंत्र दिवस परेड में महिलाओं की बड़ी भूमिका दिख सकती है। ऐसे प्लान पर काम किया जा रहा है कि परेड में शामिल होने वाली सैन्य टुकड़ियों और बैंड में सिर्फ महिलाएं शामिल हों। रक्षा सूत्रों ने यह जानकारी दी है।
रक्षा मंत्रालय ने मार्च में 2024 परेड की योजना पर तीनों सेवाओं (थल सेना, वायु सेना और नौसेना) और विभिन्न मंत्रालयों व विभागों को एक कार्यालय ज्ञापन (office memorandum) भेजा था। ज्ञापन में इस तरह के प्रस्ताव पर विचार किए जाने का उल्लेख है। कहा गया है कि फरवरी की शुरुआत में रक्षा सचिव की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई थी। बैठक में निर्णय लिया गया कि गणतंत्र दिवस परेड 2024 में हिस्सा लेने वाली टुकड़ियों (मार्चिंग और बैंड), झांकी और अन्य प्रदर्शनों में केवल महिला प्रतिभागी होंगी।
74वें गणतंत्र दिवस परेड का मुख्य थीम था 'नारी शक्ति'
दरअसल, पिछले कुछ वर्षों में कर्तव्य पथ पर होने वाली परेड में पुरुषों के साथ महिला सैनिकों और अधिकारियों ने भाग लिया है। परेड के माध्यम से भारत हर साल अपनी सैन्य शक्ति और जीवंत सांस्कृतिक विरासत का प्रदर्शन करता है। 26 जनवरी 2023 को हुए 74वें गणतंत्र दिवस परेड का मुख्य थीम 'नारी शक्ति' था। इंडियन एयर फोर्स के 144 एयर वॉरियर्स के दल का नेतृत्व एक महिला अधिकारी ने किया था।
1950 में पहली बार इरविन स्टेडियम में हुआ था परेड
पहला गणतंत्र दिवस समारोह 1950 में इरविन स्टेडियम (बदला हुआ मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम) में आयोजित किया गया था। 1951 से इसका आयोजन राजपथ (कर्तव्य पथ) पर हो रहा है। परेड के दौरान तीनों सेनाओं द्वारा अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया जाता है। इसके साथ ही विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के अलावा कई विभाग और मंत्रालय द्वारा रंगीन झांकी के माध्यम से भारत की संस्कृति और विरासत को दिखाया जाता है।
2023 की परेड में केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, महाराष्ट्र और त्रिपुरा की झांकी में 'नारी शक्ति' प्रमुख थीम रही। हाल के वर्षों में सरकार सेना में महिलाओं को बड़ी भूमिका देने पर जोर दे रही है। हाल ही में भारतीय सेना ने पहली बार अपने आर्टिलरी रेजिमेंट में पांच महिला अधिकारियों को शामिल किया है।