सार
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने महिला आरक्षण बिल पर बहस के दौरान बुधवार को 2013 की उस घटना को याद किया जब सोनिया गांधी ने संसद में एक दलित सांसद का कॉलर पकड़ लिया था।
नई दिल्ली। महिला आरक्षण बिल बुधवार को लोकसभा से पास हो गया। इसके लिए आठ घंटे तक बहस हुई। कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने SC, ST और OBC महिलाओं को अलग से आरक्षण देने की मांग की।
भाजपा निशिकांत दुबे ने आरक्षण को लेकर जातिगत राजनीति करने के लिए कांग्रेस को जमकर घेरा। उन्होंने बताया कि दलितों के हित की बात करने का दिखावा कर रही कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने संसद में एक दलित सांसद का कॉलर पकड़ा था।
निशिकांत दुबे ने कहा, "मैं अध्यक्ष जी आपको दो कहानी बताना चाहता हूं। इस संसद में 2011 और 2013 में दो भयंकर घटना हुई। 2010 में महिला आरक्षण को लेकर राज्यसभा में बिल पास हो गया था। 2011 में ये बिल लेकर लोकसभा में आए। बिल पेश किया जा रहा था तब इन्हीं के सहयोगी दलों के सांसदों को इसी कांग्रेस ने इसी बेल में पीटा था।"
निशिकांत ने कहा, "2013 में प्रमोशन इन रिजर्वेशन को लेकर बिल लाया गया था। यहीं, वी. नारायण स्वामी बिल पेश कर रहे थे। समाजवादी पार्टी के दलित सांसद यशवीर सिंह गए और वी. नारायण स्वामी के हाथ से बिल खींच लिया। इसी लोकसभा में सबसे पहले बेल में यशवीर का कॉलर पकड़ने के लिए कोई आया तो यही मैडम सोनिया गांधी। नीरज शेखर वहां खड़े थे। मुलायम सिंह यादव बाहर थे। मैं वहां से कूदकर आया और कहा कि आप यहां की तानाशाह नहीं हैं। आप यहां की रानी नहीं हैं। इस बेल में आप मारपीट नहीं कर सकती हैं। इनके दरबारियों ने यशवीर को पीटा। स्व. मुलायम सिंह यादव ने कहा था कि बीजेपी नहीं होती तो आज के डेट में हमारे सांसद नहीं बचते।"