सार

सुप्रीम कोर्ट के हेट स्पीच के खिलाफ कार्रवाई के बावजूद घृणास्पद भाषण देने वाले रूकने का नाम नहीं ले रहे हैं। रविवार को पलवल में पुलिस की निगरानी में हुई एक बड़ी जनसभा में जमकर वक्ताओं ने नफरत भरे भाषण दिए।

Nuh Violene Hate speech: सुप्रीम कोर्ट के हेट स्पीच के खिलाफ कार्रवाई के बावजूद घृणास्पद भाषण देने वाले रूकने का नाम नहीं ले रहे हैं। रविवार को पलवल में पुलिस की निगरानी में हुई एक बड़ी जनसभा में जमकर वक्ताओं ने नफरत भरे भाषण दिए। एक वक्ता ने यहां तक कहा कि यदि आप उंगली उठाएंगे तो हम आपके हाथ काट देंगे। जबकि कुछ वक्ताओं ने राइफलों के लिए लाइसेंस की मांग की।

यह सभा हरियाणा के नूंह में दो सप्ताह पहले हुई सांप्रदायिक हिंसा में छह लोगों की मौत के बाद आयोजित की जा रही है। विश्व हिंदू परिषद के धार्मिक मार्च को पूरा करने पर चर्चा करने के लिए रविवार को एक हिंदू समूह द्वारा वहां एक महापंचायत की योजना बनाई गई थी। धार्मिक जुलूस पर पिछले महीने नूंह में हमला हुआ था जिससे सांप्रदायिक दंगा भड़क गया था। हालांकि, पुलिस से अनुमति नहीं मिलने के बाद महापंचायत लगभग 35 किमी दूर पलवल में की गई। महापंचायत पलवल-नूंह सीमा पर पोंडरी गांव में हुई।

पलवल के पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह ने कहा कि कई शर्तों पर अनुमति दी गई है। सिंह ने शर्तों के बारे में बताते हुए कहा कि कोई भी नफरत भरे भाषण नहीं देगा। अगर कोई ऐसा करता है तो तुरंत मामला दर्ज किया जाएगा। कोई भी हथियार, लाठी, डंडे या कोई ज्वलनशील वस्तु नहीं लाएगा। दोपहर 2 बजे तक समाप्त हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किये गये हैं।

इस महापंचायत में यह चर्चा की गई कि विश्व हिंदू परिषद द्वारा निकाली जाने वाली ब्रजमंडल धार्मिक यात्रा को 28 अगस्त को फिर से निकाली जाएगी। साथ ही सांप्रदायिक झड़पों और आगजनी के संबंध में भी चर्चा हुई।

गुरुग्राम में हुई हिंदू महापंचायत में मुस्लिम व्यापारियों के बहिष्कार का आह्वान

हिंसा के ठीक बाद पुलिस की अनुमति नहीं मिलने के बावजूद हिंदू समाज महापंचायत द्वारा पहले गुरुग्राम में एक सभा आयोजित की गई थी। यहां उन्होंने मुस्लिम व्यापारियों के बहिष्कार का आह्वान किया था। वहां कई अन्य सांप्रदायिक भाषण भी दिये गये।

गुरुग्राम पंचायत के दौरान हेट स्पीच को देखते हुए पुलिस को अनुमान था कि आज की सभा शायद पहले से मौजूद तनाव को बढ़ाएगी। यही कारण है कि उन्होंने इसकी अनुमति नहीं दी क्योंकि वे क्षेत्र में शांति बहाल करने की कोशिश कर रहे हैं। उधर, रविवार की सभा के आयोजकों ने विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर महापंचायत की घोषणा करते हुए पोस्टर साझा किए। पोस्टर में कहा गया कि यह यात्रा हिंदुओं का आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए आयोजित की जा रही है।

28 अगस्त को निकलेगा फिर जुलूस

वीएचपी विभाग के मंत्री देवेंदर सिंह ने बताया कि सभी हिंदू समूहों ने 28 अगस्त को यात्रा पूरी करने का फैसला किया जिस पर 31 जुलाई को नूंह में हमला किया गया था। उम्मीद है कि यात्रा प्रशंसा और उत्साह के साथ पूरी होगी।

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