सार
चक्रवात 'बुलबुल' से राज्य के तटीय जिलों में कृषि और अन्य प्रतिष्ठानों को काफी नुकसान हुआ। सात सदस्यीय अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय दल जो ओडिशा में गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव (सीएंडआईसी) सहेली घोष रॉय के नेतृत्व में दो दिन की यात्रा पर आये हैं।
भुवनेश्वर. ओडिशा में सात सदस्यीय अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय दल ने शुक्रवार को कहा कि 'बुलबुल' चक्रवात से राज्य के तटीय जिलों में कृषि और अन्य प्रतिष्ठानों को काफी नुकसान हुआ है।
गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव (सीएंडआईसी) सहेली घोष रॉय के नेतृत्व में दो दिन की यात्रा पर आये इस दल ने छह प्रभावित जिलों में से चार में नुकसान का आकलन किया।
धान की फसल बर्बाद
घोष राय ने कहा, "तटीय इलाकों में धान की फसल पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है। पारेषण लाइनों जैसी अन्य अवसंरचनाओं को भी नुकसान हुआ है।" इस दल को दो समूहों में बांटा गया था, जिन्होंने भद्रक, बालेश्वर, केन्द्रपाड़ा और जगतसिंह पुर जिलों का दौरा किया।
घोष ने यहां पत्रकारों से कहा, "हम केन्द्र सरकार को अपनी सिफारिशें सौंपेंगे और अभी हमें ओडिशा सरकार की ओर से ज्ञापन मिलने का इंतजार है।"
बुलबुल से 37.49 लाख लोग प्रभावित
विशेष राहत आयुक्त पी के जेना ने कहा, ‘‘ बुलबुल ने 50 प्रखंडों और 12 शहरी क्षेत्रों में 37.49 लाख लोगों पर असर डाला है। 2.3लाख हेक्टयर से अधिक जमीन में फसलों को नुकसान पहुंचा है।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)