सार
रविवार को मौतों के आंकड़ों को ओडिशा सरकार ने स्पष्ट किया। राज्य सरकार ने बताया कि ट्रेन दुर्घटना में मरने वालों की संख्या 288 नही बल्कि 275 है।
Coromandel Express Accident: ओडिशा के बालासोर में ट्रेन हादसा के हुए 48 घंटे से अधिक समय हो चुका है। हादसा की वजहों की तलाश अभी जारी है। लेकिन सबसे बोझिल और भारी तलाश उन परिजन की है जिनके अपने बिछड़ चुके हैं और उनकी लाश अभी तक नहीं मिल सकी है। सैकड़ों लोग अपने अपनों की तलाश में बालासोर पहुंचे हैं। वह अपने मृत परिजन के शव को लेने आए हैं लेकिन शवों की पहचान नहीं होने की वजह से वह भटक रहे हैं। शवों के फोटोज व लाशों की ढेर में वह अपने अपनों को पाने की जद्दोजहद कर रहे हैं। राज्य प्रशासन के अनुसार, ट्रेन दुर्घटना में मारे गए लोगों में केवल 88 शवों की पहचान हो सकी है जिसमें 78 शवों को उनके परिजन को सौंप दिया गया है। अभी भी अधिकतर शवों की पहचान नहीं की जा सकी है।
ओडिशा सरकार ने कहा-275 लोगों की हुई है मौत
रविवार को मौतों के आंकड़ों को ओडिशा सरकार ने स्पष्ट किया। राज्य सरकार ने बताया कि ट्रेन दुर्घटना में मरने वालों की संख्या 288 नही बल्कि 275 है। कुछ शवों को दो बार गिनने की वजह से मृतकों की संख्या बढ़ गई थी। राज्य प्रशासन ने बताया कि इस हादसा में 1175 लोग घायल हुए हैं। मुख्य सचिव पी.के. जेना ने बताया कि कुछ शवों को दो बार गिने जाने के कारण, आंकड़ों में थोड़ा संशोधन हुआ है। उन्होंने बताया कि बालासोर के जिला कलक्टर की टीम ने सावधानीपूर्वक सत्यापन करने के बाद रिपोर्ट दी है कि मरने वालों की संख्या 275 है। चीफ सेक्रेटरी जेना ने बताया कि घायलों का इलाज सोरो, बालासोर, भद्रक और कटक स्थित विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। इनका सत्यापन करने के बाद यह साफ हुआ है कि 1175 लोग घायल हुए हैं। इसमें 793 यात्रियों को छुट्टी दे दी गई है जबकि 382 वर्तमान में सरकारी खर्च पर इलाज करा रहे हैं।
187 शवों की पहचान नहीं
पीके जेना ने बताया कि मृतकों की शिनाख्त लगातार कराई जा रही है। 88 शवों की पहचान कराई जा चुकी है। इसमें 78 शवों को उनके परिजन पहचान कर लिया तो उनको सौंपा जा चुका है। जबकि 187 की पहचान नहीं हो पाई है। उन्होंने बताया कि शवों की पहचान में समस्याएं आ रही हैं। इसके लिए डीएनए सैंपलिग, मृतकों के फोटोज को सरकाी वेबसाइट्स पर अपलोड किए जाएंगे ताकि पहचान कराई जा सके।
शुक्रवार की शाम हुआ भीषण हादसा
ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार की शाम करीब सात बजे बेहद भीषण रेल हादसा हुआ। बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस, शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी की टक्कर हुई है। पश्चिम बंगाल के शालीमार से चेन्नई जा रही शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस बहनागा बाजार स्टेशन से 300 मीटर दूर पटरी से उतर गई। यहां एक मालगाड़ी पहले से खड़ी थी। कोरोमंडल एक्सप्रेस (Coromandel Express) के डिब्बे मालगाड़ी से टकरा गए। इसके साथ ही कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बे तीसरे ट्रैक पर चले गए। इसी दौरान बेंगलुरू-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस आ गई। इसने पटरी से उतरे कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बों को टक्कर मार दी। इस हादसा में कई दर्जन लोगों की जान गई है तो एक हजार के करीब लोग घायल हैं।
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