Omar Abdullah Protest: श्रीनगर में शहीदों की कब्रगाह पर नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला और उनके मंत्रियों के साथ बदसलूकी के बाद भड़के मुख्यमंत्री। बोले - 'ये सिर्फ मेरे साथ नहीं, बल्कि जम्मू-कश्मीर की जनता की आवाज़ के साथ हुआ अन्याय है।'

Omar Abdullah Protest: जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) सोमवार सुबह श्रीनगर के शहीदों की कब्रगाह (Martyrs' Graveyard) पर हुए बवाल के बाद गुस्से में नजर आए। उन्होंने सुरक्षाबलों और प्रशासन पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि ये सिर्फ मेरे या मेरे सहयोगियों के साथ नहीं बल्कि पूरे जम्मू-कश्मीर की आवाज़ के साथ किया गया अन्याय है।

दरअसल, सोमवार को सीएम अब्दुल्ला श्रीनगर की मशहूर शहीदों की कब्रगाह (Martyrs Graveyard Srinagar) में शहीदों को श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे लेकिन पुलिस ने उन्हें और उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगियों को अंदर जाने से जबरन रोक दिया। इस दौरान उनके साथ कथित रूप से धक्का-मुक्की हुई जिसके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुके हैं।

'ये सिर्फ मेरे साथ नहीं, बल्कि पूरे कश्मीर की आवाज़ के साथ ज़्यादती है'

इस घटनाक्रम के बाद एकदम गुस्से में नजर आए उमर अब्दुल्ला ने साफ कहा कि ये मामला सिर्फ मेरे या मेरे सहयोगियों के साथ हुई बदसलूकी का नहीं है। ये उस संदेश का हिस्सा है जो आप कश्मीरियों को देना चाहते हैं कि उनकी आवाज़ कोई मायने नहीं रखती।

‘गांधी को मारने वालों का जश्न मना रहे हैं’

उमर अब्दुल्ला ने केंद्र की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर करारा वार करते हुए कहा कि जिन लोगों ने महात्मा गांधी की हत्या की, बीजेपी आज उन्हीं की पूजा कर रही है। और हमें देशभक्ति सिखा रही है। इससे बड़ा पाखंड और क्या होगा?

'फोर्स इस्तेमाल करने वाले बेवकूफ हैं'-सीएम का फटकार भरा बयान

मुख्यमंत्री ने उस आदेश को भी आड़े हाथों लिया जिसके तहत पुलिस ने कब्रगाह पर बल प्रयोग किया। उन्होंने कहा कि जो लोग ये फैसला लेते हैं कि श्रद्धांजलि देने के लिए आए नेताओं के साथ बल प्रयोग हो, वे बेवकूफ हैं। ये एक मूर्खतापूर्ण और दूरदृष्टिहीन निर्णय है।

'आप दिखा रहे हैं कि कश्मीरी बेबस हैं… फिर परिणामों के लिए हमें दोष न दें'

उमर अब्दुल्ला ने चेतावनी भरे स्वर में कहा कि आप जानबूझकर यह दिखा रहे हैं कि कश्मीरी कुछ नहीं कर सकते, उनके पास कोई अधिकार नहीं है। फिर जब प्रतिक्रिया होगी तो हमें मत कोसिए। अगर हमें शांति से कब्रगाह जाने देते तो ये मुद्दा बनता ही नहीं। नेशनल कॉन्फ्रेंस (National Conference) ने बयान जारी कर कहा है कि यदि कश्मीरियों की आवाज़ और भावनाओं को इसी तरह कुचला गया तो पार्टी सड़कों पर उतर कर विरोध करेगी। विपक्षी पार्टियों और मानवाधिकार संगठनों ने इस घटना की निंदा की है और इसे ‘लोकतंत्र की हत्या’ बताया है।