सार

पश्चिम बंगाल के मामलों की सुनवाई करने से किसी जज के बेंच छोड़ने का यह दूसरा मामला है। जस्टिस अनिरूद्ध बोस के पहले जस्टिस इंदिरा बनर्जी भी एक मामले में ऐसा कर चुकी हैं। 

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के एक और जज ने ‘नारदा घूसकांड’ में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की याचिका पर सुनवाई करने वाले बेंच को छोड़ दिया है। कोलकाता के रहने वाले जज अनिरुद्ध बोस ने बेंच छोड़ते हुए कहा कि मैं इस केस की सुनवाई नहीं करना चाहता। हालांकि, जस्टिस विनीत सरन की अध्यक्षता वाली पीठ आज ममता बनर्जी की याचिका पर सुनवाई करेगी। 

चुनाव बाद हिंसा के मामले से जस्टिस इंदिरा बनर्जी ने अलग किया था

इसी तरह जस्टिस इंदिरा बनर्जी, जो कोलकाता की रहने वाली हैं, ने बंगाल में चुनाव बाद हुए हिंसा के मामलों की सुनवाई करने वाली याचिका की सुनवाई कर रहे बेंच से खुद को अलग कर लिया था। 

ममता बनर्जी और राज्य के कानून मंत्री एफिडेविड देकर बयान देना चाहते

दरअसल, सुप्रीम कोर्ट को पश्चिम बंगाल की चीफ मिनिस्टर ममता बनर्जी ने बताया है कि कोलकाता हाईकोर्ट नारदा केस में उनके एफिडेविट को रिकार्ड में लाने के लिए इनकार कर रहा है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और कानून मंत्री मलय घटक चाहते हैं कि उनका भी एफिडेविट के माध्यम से बयान दर्ज किया जाएग, जिस मामले को आधार बनाकर सीबीआई नारदा केस को राज्य के बाहर ले जाने की अपील की है। 

क्या है नारदा केस

नारदा केस एक स्टिंग आपरेशन है जिसमें टीएमसी के कई नेता कैमरा के सामने घूस लेते हुए दिखे हैं। इस मामले में 17 मई को चार टीएमसी नेताओं की गिरफ्तारियां हुई थीं। 

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