DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत की सेना ने पाकिस्तान के 11 एयरबेस तबाह किए थे। भारतीय सेना ने एक C-130 क्लास का विमान, एक एयरबॉर्न अर्ली वॉर्निंग (AEW) विमान और कम से कम चार से पांच लड़ाकू जेट भी नष्ट किया था।

Operation Sindoor: सैन्य अभियान के महानिदेशक (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने मंगलवार को कहा कि ऑपरेशन सिंदूर का जवाब देने की पाकिस्तान की कोशिशें "पूरी तरह नाकाम" रहीं, जबकि भारतीय सेना ने बदले में तीन हैंगर और चार रडार समेत पाकिस्तान के 11 एयरबेस तबाह कर दिए।


नई दिल्ली में संयुक्त राष्ट्र सैन्य योगदानकर्ता देशों (UNTCC) के प्रमुखों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए DGMO ने कहा कि भारतीय सेना ने एक C-130 क्लास का विमान, एक एयरबॉर्न अर्ली वॉर्निंग (AEW) विमान और कम से कम चार से पांच लड़ाकू जेट भी नष्ट कर दिए थे। पाकिस्तानी ड्रोन तब लॉन्च किए गए थे जब दोनों तरफ के DGMO एक-दूसरे से बात कर चुके थे। लेफ्टिनेंट जनरल ने कहा, 

हम पक्के तौर पर जानते हैं कि 1 C-130 क्लास का विमान और 1 AEW, 4-5 लड़ाकू जेट और बेशक, हवा में भी कुछ संपत्तियां नष्ट हुईं। अब हम जानते हैं कि दुनिया का सबसे लंबा 300km से ज्यादा दूरी का ग्राउंड-टू-एयर किल और 5 हाई-टेक फाइटर्स भी शामिल हैं। मुझे लगता है कि जिस बेखौफ अंदाज में ये हमले किए गए, वह बहुत मायने रखता है।

हमला करने की पाकिस्तानी कोशिशें नाकाम रहीं

ऑपरेशन सिंदूर के बाद हमला करने की पाकिस्तानी कोशिशों की नाकामी के बारे में बात करते हुए, लेफ्टिनेंट जनरल घई ने भारत के मजबूत एयर डिफेंस सिस्टम को श्रेय दिया, जिसकी वजह से ड्रोन्स को मार गिराया जा सका और पाकिस्तानी कार्रवाई को नाकाम कर दिया गया। उन्होंने कहा, "उनमें से कुछ मुठभेड़ें, जवाबी कार्रवाइयां, रॉकेट, ड्रोन, मुझे लगता है कि सब कुछ पूरी तरह से नाकाम रहा। मुझे लगता है कि इसका बड़ा कारण हमारा बहुत मजबूत इंटीग्रेटेड एयर डिफेंस था। लोगों और सामान को नुकसान पहुंचाने की कोशिश में कई तरह के ड्रोन इस्तेमाल किए गए, लेकिन सब कुछ बुरी तरह नाकाम रहा।"


पाकिस्तान की तरफ से भारतीय सीमा में ड्रोन लॉन्च किए जाने के बाद, भारतीय पक्ष भी हरकत में आ गया और वायु सेना ने 8 और 9 मई की रात को एक ऑपरेशन शुरू किया। उन्होंने कहा, "इसके बाद, जाहिर है, हमने भारतीय वायु सेना को एक्शन में उतारा और उन्होंने 9 और 10 मई की रात को सटीक हमले किए। हमने उनके 11 एयरबेस पर हमला किया और हाल ही में मुझे लगता है कि वायु सेना प्रमुख ने इस बारे में बात की है। अगर आप देखें तो आठ एयरबेस, तीन हैंगर और चार रडार क्षतिग्रस्त हो गए। पाकिस्तानी हवाई संपत्तियां ज़मीन पर थीं।"

अरब सागर में उतर गई थी भारतीय नौसेना

DGMO ने खुलासा किया कि भारतीय नौसेना भी अरब सागर में उतर चुकी थी और अगर पाकिस्तानी पक्ष इसे और आगे बढ़ाने का फैसला करता तो वह जवाब देने के लिए तैयार थी। उन्होंने कहा, "भारतीय नौसेना भी पूरी तरह से एक्शन में थी और यह शायद एक ऐसा तथ्य है जो ज्यादा लोगों को नहीं पता, लेकिन नौसेना अरब सागर में उतर चुकी थी। जब DGMO ने बात की तो वे बहुत अच्छी स्थिति में थे और अगर दुश्मन ने इसे और आगे ले जाने का फैसला किया होता तो यह उनके लिए न केवल समुद्र से, बल्कि दूसरे आयामों से भी विनाशकारी हो सकता था।"

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बता दें कि भारत ने इस साल मई में पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान और PoJK में आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए थे। भारतीय सशस्त्र बलों ने बाद में हुई पाकिस्तानी आक्रामकता को प्रभावी ढंग से खदेड़ दिया और उसके एयरबेस पर भारी बमबारी की।
पाकिस्तानी DGMO ने अपने भारतीय समकक्ष को फोन किया था और दोनों देश दुश्मनी खत्म करने पर सहमत हुए थे।

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