सार

पाकिस्तान में बाढ़ इस दशक की सबसे बड़ी तबाही लेकर पहुंचा है। यह यहां अधिक वर्षा की वजह से है। पाकिस्तान के जलवायु परिवर्तन मंत्री शेरी रहमान ने देश में आई बाढ़ को इस दशक का सबसे बड़ा राक्षस मानसून को करार दिया है। वित्त मंत्री मिफ्ता इस्माइल ने बताया कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था में बाढ़ ने करीब दस बिलियन अमरीकी डॉलर की चपत लगाई है।

नई दिल्ली। पाकिस्तान में बाढ़ से हालात बेकाबू हैं। आर्थिक बदहाली की संकट से जूझ रहे पड़ोसी देश में बाढ़ की वजह से तंगहाली बढ़ चुकी है। हजारों जिंदगियां मौत के मुंह में समा चुकी है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर पड़ोसी देश के प्रति संवेदना प्रकट की है और इस विपदा से जल्द उबरने की कामना की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर बाढ़ प्रभावित परिवारों के प्रति भी अपनी संवेदना जताई है।

पीएम मोदी ने ट्वीट में क्या कहा?

पीएम मोदी ने ट्वीट किया कि पाकिस्तान में बाढ़ से हुई तबाही को देखकर दुख हुआ। हम पीड़ितों, घायलों और इस प्राकृतिक आपदा से प्रभावित सभी लोगों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं और सामान्य स्थिति की जल्द बहाली की उम्मीद करते हैं।

मौत का आंकड़ा 1136 के पार

पाकिस्तान के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, जून के बाद से पाकिस्तान में मानसून की बाढ़ से मरने वालों की संख्या 1,136 तक पहुंच गई है। पिछले 24 घंटों में पाकिस्तान में 75 मौतें हुई है। बाढ़ की वजह से 33 मिलियन से अधिक लोग विस्थापित हो चुके हैं। हर ओर तबाही का मंजर है। बाढ़ से लगभग 992,871 घर पूरी तरह या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। लगभग 7,19,558 पशुधन मारे जा चुके हैं। लाखों एकड़ उपजाऊ खेत हफ्तों की लगातार बारिश से जलमग्न हो गए हैं।

दशक का सबसे बड़ा राक्षस मानसून

पाकिस्तान में बाढ़ इस दशक की सबसे बड़ी तबाही लेकर पहुंचा है। यह यहां अधिक वर्षा की वजह से है। पाकिस्तान के जलवायु परिवर्तन मंत्री शेरी रहमान ने देश में आई बाढ़ को इस दशक का सबसे बड़ा राक्षस मानसून को करार दिया है। वित्त मंत्री मिफ्ता इस्माइल ने बताया कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था में बाढ़ ने करीब दस बिलियन अमरीकी डॉलर की चपत लगाई है।

दुनिया से पाकिस्तान की सहायता की अपील हो रही

कुछ अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान में मरने वालों की संख्या काफी अधिक हो सकती है। खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में हजारों गांव देश के बाकी हिस्सों से कटे हुए हैं। न जाने कितनी जिंदगियां यहां तबाह हो चुकी हैं। सिंध और बलूचिस्तान प्रांतों में बिजली संकट काफी अधिक है। पाकिस्तान से दुनिया के तमाम देशों से सहायता की अपील की जा रही है। पीएम शहबाज शरीफ ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से सहायता की अपील की है। हालांकि, अमेरिका, ब्रिटेन, यूएई सहित कई देश पाकिस्तान की सहायता के लिए आगे आ चुके हैं।

महारानी एलिजाबेथ ने दु:ख जताया

महारानी एलिजाबेथ ने कहा कि वह पाकिस्तान में बाढ़ के कारण जान-माल के नुकसान से बहुत दुखी हैं। उन्होंने ब्रिटेन से हर संभव का आश्वासन दिया है। राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को एक संदेश में महारानी एलिजाबेथ ने कहा कि वह पाकिस्तान में बाढ़ के कारण हुए दुखद नुकसान और विनाश के बारे में सुनकर बहुत दुखी हैं। उनकी संवेदना उन सभी लोगों के साथ है जो प्रभावित हुए हैं। वह इस आपदा के दौरान प्रभावित क्षेत्रों में काम कर रहे लोगों के काम की भी सराहना करती हैं। ब्रिटेन के पीएम बोरिस जानसन ने भी पाकिस्तान के लोगों के प्रति संवेदना प्रकट की है।

पोप ने पीड़ितों की मदद का किया आह्वाना

पोप फ्रांसिस ने पाकिस्तान में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में मदद का आह्वान किया और पीड़ितों के लिए प्रार्थना की अपील की है।

बढ़ रहे हैं मदद को हाथ

संयुक्त राष्ट्र सहित विभिन्न संस्थाओं व देशों ने मदद को हाथ आगे बढ़ाया है। यूएन ने पाकिस्तान में राहत कार्य के लिए 2.6 मिलियन पाउंड निर्धारित किया है। तुर्की ने रविवार को बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत सामग्री वाला पहला विमान भेजा है। टर्किश रेड क्रिसेंट सोसाइटी जाफराबाद में 300 परिवारों को 16,000 रुपये, 300 किट, 600 जेरीकैन और 1,500 मच्छरदानी की सहायता प्रदान की है।

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