सार

मस्कट से समुद्र मार्ग से इनको पाकिस्तान के ग्वादर  बंदरगाह ले जाया गया। यहां पहुंचाने में कई बार नाव को बदला गया। फिर इनको पाकिस्तान के किसी जियोनी शहर में ले जाया गया।

नई दिल्ली। त्योहारों पर देश में विस्फोट कर दीवाली मनाने की आतंकियों की मंशा धरी की धरी रह गई। हालांकि, दिल्ली पुलिस के पाकिस्तान ट्रेन्ड आतंकियों के माड्यूल का भंड़ाफोड करने के बाद पाकिस्तान का नापाक मंसूबा भी सामने आया है। पकड़े गए आरोपियों की मानें तो पाकिस्तान के आतंकी कैंप में उन लोगों को ट्रेनिंग पाकिस्तानी सेना के वर्दीधारियों ने दी थी। उन लोगों ने हथियार चलाना, बम बनाना आदि सिखाया था। 

कौन है गाजी जिसने दी थी ट्रेनिंग?

पकड़े गए आरोपियों को पाकिस्तान में ट्रेनिंग सेना के किसी अफसर ने दी थी। बताया जा रहा है कि गाजी नामक एक प्रमुख या लेफ्टिनेंट रैंक के अधिकारी के द्वारा प्रशिक्षित किया गया था। इसका कनेक्शन डॉन दाउद इब्राहिम के भाई अनीस से भी है। 

ट्रेनिंग में गाजी का सहयोग दो अन्य लोग करते थे, जो शायद उसके सहायक या शिष्य रहे हों। उन दोनों का नाम जब्बार और हमजा था। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि हमजा सामान्य कपड़े पहनता था लेकिन अन्य पाकिस्तान सेना का ड्रेस पहनते थे। 

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समुद्र मार्ग से ले जाया गया, लेकिन कई बार नाव बदला

अरेस्ट आरोपी ओसामा 22 अप्रैल, 2021 को फ्लाइट से लखनऊ से मस्कट, ओमान पहुंचा था। यहां उसकी मुलाकात इलाहाबाद के रहने वाले जीशान से हुई। यह भी पाकिस्तान में ट्रेनिंग लेने के लिए भारत से मस्कट भेजा गया था। जीशान के साथ करीब 15 बांग्ला बोलने वाले भी लोग थे। इन सबको ग्रुप्स में बांट दिया गया। जीशान व ओसामा एक ही ग्रुप में थे। मस्कट से समुद्र मार्ग से इनको पाकिस्तान के ग्वादर  बंदरगाह ले जाया गया। यहां पहुंचाने में कई बार नाव को बदला गया।

फिर इनको पाकिस्तान के किसी जियोनी शहर में ले जाया गया। यहां उनको कुछ पाकिस्तानी नागरिक मिले जो इनको एक फार्म हाउस में लेकर गए। यहां उनको बाकायदा ट्रेनिंग दी गई। ट्रेनिंग देने वाले पाकिस्तानी सेना से ताल्लुक रखने वाले दो सैनिक थे। यहां इनको बम और आईईडी बनाने, आगजनी करने का प्रशिक्षण दिया गया। इसके अलावा छोटे-बडे़ हथियारों समेत एके-47 चलाने के लिए ट्रेन्ड किया गया। ट्रेनिंग के बाद इन सबको वापस मस्कट लाया गया। फिर सब इंडिया अपने नापाक मिशन पर वापस भेज दिए गए। 

सभी को भेजा गया पुलिस हिरासत में

दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने बताया कि आतंकी गतिविधियों पर शिकंजा कसने के लिए मल्टी स्टेट ऑपरेशन चलाया गया था। ऑपरेशन में इनपुट के आधार पर छह कथित आतंकियों जान मोहम्मद शेख उर्फ समीर कालिया (47), ओसामा (22), मोहम्मद अबू बकर (23), जीशान, मोहम्मद आमिर जावेद, मूलचंद लाला (47) को अरेस्ट किया गया है।

अरेस्ट किए गए सभी छह लोग राजस्थान, दिल्ली व यूपी के अलग-अलग स्थानों से पकड़े गए हैं। इन सभी को दिल्ली की अदालत में पेश किया गया, जहां से कोर्ट ने 14 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। 

त्योहारों पर खौफनाक मिशन को देना चाहते थे अंजाम

दरअसल, इन आतंकियों को पाकिस्तान में ट्रेनिंग देकर भेजा गया था कि त्योहारों में जब मार्केट या सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ हो तो वहां विस्फोट को अंजाम दें। नवरात्रि, ऐतिहासिक रामलीला, दशहरा आदि पर यह अपना मिशन पूरा करने वाले थे। दिल्ली, यूपी, महाराष्ट्र समेत छह राज्यों के 15 शहरों में सीरियल बम ब्लास्ट की साजिश इनके आकाओं ने रची थी। 

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