सार

दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने बताया कि आतंकी गतिविधियों पर शिकंजा कसने के लिए मल्टी स्टेट ऑपरेशन चलाया गया था। ऑपरेशन में इनपुट के आधार पर दो आतंकियों और चार अन्य लोगों को अरेस्ट किया गया है। 

नई दिल्ली। पाकिस्तान एक बार फिर बेनकाब हुआ है। भारत में बड़ी आतंकी साजिश का पर्दाफाश हुआ है। आतंकी पाकिस्तान में ट्रेनिंग करने के बाद यहां दहशत कायम करना चाहते थे। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दो ट्रेन्ड आतंकियों समेत छह संदिग्धों को अरेस्ट कर इस साजिश का पर्दाफाश किया है। स्पेशल सेल ने बड़ी मात्रा में विस्फोटक और हथियार भी बरामद किए हैं। इनका इरादा दिल्ली, यूपी, महाराष्ट्र समेत आधा दर्जन राज्यों के 15 बड़े शहरों में सीरियल बम ब्लास्ट करना था। इन शहरों में आतंकियों का स्लीपर सेल रेकी कर अपनी जाल बिछा चुका था। लेकिन त्योहारी सीजन के पहले इनका भंड़ाफोड हो गया। 

मल्टी स्टेट ऑपरेशन में हुआ पर्दाफाश

दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने बताया कि आतंकी गतिविधियों पर शिकंजा कसने के लिए मल्टी स्टेट ऑपरेशन चलाया गया था। ऑपरेशन में इनपुट के आधार पर दो आतंकियों और चार अन्य लोगों को अरेस्ट किया गया है। अरेस्ट किए गए सभी छह लोग राजस्थान, दिल्ली व यूपी के अलग-अलग स्थानों से पकड़े गए हैं। 

पाक ट्रेन्ड इन आतंकियों की यह है पहचान

दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल द्वारा अरेस्ट किए गए आतंकियों में एक ओसामा और दूसरा जीशान कमर है। चार अन्य लोग जो अरेस्ट हुए है उनके नाम मोहम्मद अबु बकर, जान मोहम्मद शेख, मोहम्मद आमिर जावेद और मूलचंद लाला है।

क्या चाहते थे? 

दरअसल, इन आतंकियों को पाकिस्तान में ट्रेनिंग देकर भेजा गया था कि त्योहारों में जब मार्केट या सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ हो तो वहां विस्फोट को अंजाम दें। नवरात्रि, ऐतिहासिक रामलीला, दशहरा आदि पर यह अपना मिशन पूरा करने वाले थे। दिल्ली, यूपी, महाराष्ट्र समेत छह राज्यों के 15 शहरों में सीरियल बम ब्लास्ट की साजिश इनके आकाओं ने रची थी। 

वाया मस्कट भेजा गया था पाकिस्तान ट्रेनिंग को, आतंक का माड्यूल हुआ तैयार

अरेस्ट आरोपी ओसामा 22 अप्रैल, 2021 को फ्लाइट से लखनऊ से मस्कट, ओमान पहुंचा था। यहां उसकी मुलाकात इलाहाबाद के रहने वाले जीशान से हुई। यह भी पाकिस्तान में ट्रेनिंग लेने के लिए भारत से मस्कट भेजा गया था। जीशान के साथ करीब 15 बांग्ला बोलने वाले भी लोग थे। इन सबको ग्रुप्स में बांट दिया गया। जीशान व ओसामा एक ही ग्रुप में थे। मस्कट से समुद्र मार्ग से इनको पाकिस्तान के ग्वादर  बंदरगाह ले जाया गया। फिर इनको पाकिस्तान के किसी शहर में ले जाया गया।

यहां उनको कुछ पाकिस्तानी नागरिक मिले जो इनको एक फार्म हाउस में लेकर गए। यहां उनको बाकायदा ट्रेनिंग दी गई। ट्रेनिंग देने वाले पाकिस्तानी सेना से ताल्लुक रखने वाले दो सैनिक थे। यहां इनको बम और आईईडी बनाने, आगजनी करने का प्रशिक्षण दिया गया। इसके अलावा छोटे-बडे़ हथियारों समेत एके-47 चलाने के लिए ट्रेन्ड किया गया। ट्रेनिंग के बाद इन सबको वापस मस्कट लाया गया। फिर सब इंडिया अपने नापाक मिशन पर वापस भेज दिए गए। 

ऐसे हुआ मॉड्यूल का खुलासा

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को केंद्रीय खुफिया एजेंसी से इनपुट मिला  कि  पाक खुफिया इकाई आईएसआई और अंडरवर्ल्ड के गठजोड़ से तैयार किया गया एक मॉड्यूल भारत में बड़े पैमाने पर सीरियल आईईडी ब्लास्ट की वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहा है। सीमा पार के स्रोत अपने नेटवर्क से इन्हें आइईडी की व्यवस्था कर रहे हैं। इनपुट्स के आधार जांच आगे बढ़ी और पुलिस ने  दिल्ली के ओखला इलाके में और महाराष्ट्र में इस मॉड्यूल का एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप मे काम करने वाले संदिग्धों पर ध्यान केंद्रित किया गया।

कई टीमों को एक साथ तैनात किया गया

यूपी और महाराष्ट्र सहित देश के विभिन्न हिस्सों में उनके सहयोगियों पर नजर रखनी शुरू हुई। कई टीमों को मुंबई में महाराष्ट्र और लखनऊ, प्रयागराज, रायबरेली, प्रतापगढ़, यूपी में एक साथ तैनात किया गया था। इस तरह से खुफिया इनपुट के आधार पर विभिन्न राज्यों में एक साथ छापेमारी की गई तो पहले अंडरवर्ल्ड ऑपरेटिव जान मोहम्मद शेख उर्फ समीर कालिया को राजस्थान के कोटा को उस वक्त दबोचा गया जब वह दिल्ली जा रहा था। वहीं ओसामा को दिल्ली के ओखला से, मोहम्मद अबू बकर को दिल्ली के सराय काले खां से, जबकि जीशान को यूपी के इलाहाबाद से गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा मोहम्मद आमिर जावेद को यूपी के लखनऊ से और मूलचंद उर्फ साजू उर्फ लाला को यूपी के रायबरेली से पकड़ा गया था।

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