सार

तृणमूल कांग्रेस के नेता प्रबीर साहा ने पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी को पार्टी के लिए कैंसर बताया है। उन्होंने कहा कि अगर शरीर के किसी अंग में कैंसर हो जाए तो उसे काटकर हटाना ही पड़ता है। पार्थ चटर्जी भष्टाचार में लिप्त थे। इसके चलते पार्टी को उन्हें हटाना पड़ा। 
 

कोलकाता। शिक्षक भर्ती घोटाला में ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद से जेल में बंद पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) को ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने कैंसर बताया है। तृणमूल कांग्रेस के नेता और न्यू बैरकपुर नगर पालिका के चेयरमैन प्रबीर साहा ने एक सार्वजनिक सभा में पार्थ चटर्जी को पार्टी के लिए कैंसर बताया। 

गिरफ्तार किए जाने के बाद पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी को मंत्रिमंडल और तृणमूल कांग्रेस से हटा दिया गया था। उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी के घर से ईडी ने करोड़ों रुपए बरामद किए थे। इस संबंध में बोलते हुए प्रबीर साहा ने कहा कि पार्थ चटर्जी पार्टी के लिए कैंसर थे। उन्हें काटकर हटा दिया गया है। अगर शरीर के किसी अंग में कैंसर हो जाए तो उसे काटकर हटाना ही पड़ता है। पार्थ चटर्जी भष्टाचार में लिप्त थे। इसके चलते पार्टी को उन्हें हटाना पड़ा। 

क्या है मामला? 
पार्थ चटर्जी को प्रवर्तन निदेशालय ने जुलाई में बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले में उनकी कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार किया था। वित्तीय जांच एजेंसी ने पार्थ की करीबी अर्पिता मुखर्जी के घर से 50 करोड़ रुपए से अधिक नकद और सोना बरामद किया था। 

यह भी पढ़ें- JDU ने नीतीश कुमार को विपक्ष के PM के चेहरे के रूप में पेश करने के लिए रखी यह शर्त...

पैसे बरामद होने के बाद ईडी ने अर्पिता मुखर्जी और पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार कर लिया था। गिरफ्तारी के बाद मुख्यमंत्री और तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी ने पार्थ को सभी पदों से बर्खास्त कर पार्टी से बाहर कर दिया था। पूछताछ के दौरान अर्पिता मुखर्जी ने ईडी को बताया था कि उनके घर से बरामद पैसे चटर्जी के हैं। हालांकि, चटर्जी ने दावा किया कि उन्हें साजिश का शिकार बनाया गया।

यह भी पढ़ें- वायनाड में राहुल गांधी की ऑफिस में तोड़फोड़ SFI ने नहीं कांग्रेसियों ने की, राहुल के पीए समेत 4 अरेस्ट