सार
PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने पू्र्व में बयान में कहा था कि जब इंडिया ब्लॉक की बैठक मुंबई में हुई तो मैंने वहां कहा कि चूंकि (नेकां अध्यक्ष) फारूक अब्दुल्ला हमारे वरिष्ठ नेता हैं तो वो सीट-बंटवारे पर फैसला लेंगे।
महबूबा मुफ्ती। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) प्रमुख महबूबा मुफ्ती पूर्व कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद के सामने अनंतनाग-राजौरी निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ेंगी। PDP ने श्रीनगर से वहीद पारा और बारामूला निर्वाचन क्षेत्र से फैयाज मीर को भी उम्मीदवार घोषित किया है। PDP ने कहा कि वह जम्मू क्षेत्र की दो सीटों उधमपुर और जम्मू पर कांग्रेस का समर्थन करेगी। सीट की घोषणा PDP के उस बयान के कुछ दिन बाद हुई है, जिसमें उसने कहा था कि वह कश्मीर घाटी में अकेले तीन सीटों पर चुनाव लड़ेगी, और उसने INDIA के सहयोगी नेशनल कॉन्फ्रेंस पर अपनी पार्टी को कोई विकल्प नहीं छोड़ने का आरोप लगाया था। PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा था, "उन्होंने (नेकां) हमारे लिए उम्मीदवार खड़ा करने और चुनाव लड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं छोड़ा है।"
PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने पू्र्व में बयान में कहा था कि जब इंडिया ब्लॉक की बैठक मुंबई में हुई तो मैंने वहां कहा कि चूंकि (नेकां अध्यक्ष) फारूक अब्दुल्ला हमारे वरिष्ठ नेता हैं तो वो सीट-बंटवारे पर फैसला लेंगे। मुझे उम्मीद थी कि वह पार्टी हितों को एक तरफ रख देंगे। बता दें कि सीट की घोषणा बयान के कुछ दिन बाद हुई है, जिसमें उसने कहा था कि वह कश्मीर घाटी में अकेले तीन सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती कब जीती?
PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने इससे पहले साल 2004 और 2014 में अनंतनाग से जीत हासिल की थी। सीट की घोषणा करने के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने PDP पर पलटवार करते हुए आरोप लगाया था कि वह 2020 में जिला विकास परिषद (DDC) चुनावों के लिए पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकर डिक्लेरेशन (PAGD) के घटकों के बीच बनी सहमति से पीछे हट रही है। इस बार मुफ्ती का मुकाबला डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (DPSP) प्रमुख गुलाम नबी आजाद से है। पूर्व कांग्रेस नेता ने कहा कि वह जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं।
DPSP प्रमुख गुलाम नबी आजाद की मांग
प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (DPSP) प्रमुख गुलाम नबी आजाद ने कहा कि सबसे बड़ा मुद्दा यह है कि हम राज्य के दर्जे के बिना हैं। हम एक केंद्र शासित प्रदेश हैं। जब अनुच्छेद 370 हटाया गया तो मैंने राज्यसभा में लड़ाई लड़ी। मैं राज्य के दर्जे के लिए लोकसभा में भी लड़ना चाहता हूं। हम पूर्ण राज्य के दर्जे की मांग करेंगे जहां एक राज्यपाल होगा। लोकसभा में मेरी पहली लड़ाई राज्य के दर्जे की बहाली के लिए होगी। बता दें कि अनंतनाग-राजौरी सीट पर लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में 7 मई को मतदान होगा। वोटों की गिनती 4 जून को होगी।
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