सार
प्रकरण सामने आने के बाद आरोपी इमरजेंसी मेडिकल अफसर का बयान सामने नहीं आ सका है। बताया जा रहा है कि वह अपने आवास पर भी नहीं हैं न ही ड्यूटी पर आ रहे हैं।
कोलकाता। मेडिकल काॅलेज कोलकाता से 11 लाख कीमत के टॉसिलिजुमाब इजेक्शन की कथित चोरी का मामला हाईकोर्ट पहुंच गया है। कोर्ट में पीआईएल दाखिल कर जांच की मांग की है। सात जून को हाईकोर्ट इस मामले की सुनवाई करेगा।
इस मामले में सत्ताधारी दल तृणमूल कांग्रेस के एक विधायक का नाम आने के बाद मामला राजनीतिक रंग लेने लगा। हालांकि, विधायक ने इस मामले में संलिप्तता से इनकार किया है जबकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने स्वास्थ्य विभाग से जांच होने की बात कही है।
यह है मामला
पश्चिम बंगाल कांग्रेस समर्थक एक फेसबुक पेज है। इस पेज पर कोविड काल के दौरान पिछले 24 अप्रैल को एक गंभीर मामला सामने लाया गया। पेज से दावा किया गया कि 24 अप्रैल को कोलकाता मेडिकल काॅलेज के अस्पताल से इमरजेंसी मेडिकल अफसर ने बिना किसी रसीद के कोविड वार्ड से टॉसिलिजुमाब इंजेक्शन की 26 वायल ली। इस अवैध निकासी में कोविड वार्ड की सिस्टर-इंचार्ज भी शामिल रहीं।
ऑडियो वायरल होने के बाद मामला और तूल पकड़ा
इंजेक्शन वायल निकाले जाने का मामला और तूल पकड़ लिया जब कोविड वार्ड की सिस्टर इंचार्ज और आरोपी डाॅक्टर का कथित ऑडियो भी वायरल हो गया। कथित ऑडियो में डाॅक्टर कोविड वार्ड की सिस्टर इंचार्ज से बता रहे हैं कि उन्होंने इंजेक्शन टीएमसी विधायक डाॅ.निर्मल माजी की खातिर निकाले थे।
मेडिकल काॅलेज ने जांच शुरू किया, स्वास्थ्य विभाग ने मांगी रिपोर्ट
उधर, यह मामला सामने आने के बाद मेडिकल काॅलेज प्रशासन ने इंजेक्शन मामले की जांच शुरू करा दी है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने भी इस प्रकरण में विस्तृत रिपोर्ट मांग ली है।
मामला सामने आने के बाद आरोपी डाॅक्टर लापता
प्रकरण सामने आने के बाद आरोपी इमरजेंसी मेडिकल अफसर का बयान सामने नहीं आ सका है। बताया जा रहा है कि वह अपने आवास पर भी नहीं हैं न ही ड्यूटी पर आ रहे हैं।
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