पीएम मोदी बोलेः भारत कोरोना से जीतेगा। हम सभी देशवासी कोरोना की जंग जीतेंगे। इन्हीं शुभकामनाओं सहित आप सबको धन्यवाद।
पीएम मोदी ने सोमवार की शाम को देशवासियों को संबोधित किया। पीएम मोदी ने वैक्सीन खरीदी में राज्यों को आ रही दिक्कतों को देखते हुए पुरानी व्यवस्था बहाल करने की घोषणा की है। पीएम ने यह ऐलान किया कि अब केंद्र सरकार 75 प्रतिशत वैक्सीन की खरीद करेगी और बिना भेदभाव के सबको फ्री में वैक्सीन लगवाएगी। हालांकि, जो वैक्सीन प्राइवेट में लगवाना चाहता है उनको प्राइवेट अस्पतालों में वैक्सीन लगवाने की छूट रहेगी। केंद्र ने प्रोडक्शन का 25 प्रतिशत वैक्सीन प्राइवेट अस्पतालों को सीधे खरीदने की व्यवस्था को बरकरार रखी है।
पीएम मोदी ने ऐलान किया कि गरीबों को दीपावली तक मुफ्त राशन दिया जाएगा। इस योजना से देश के 80 करोड़ गरीबों को लाभ मिलेगा।
पीएम मोदी बोलेः भारत कोरोना से जीतेगा। हम सभी देशवासी कोरोना की जंग जीतेंगे। इन्हीं शुभकामनाओं सहित आप सबको धन्यवाद।
पीएम मोदी ने कहा कि आठ महीने तक 80 करोड़ देशवासियों को मुफ्त राशन दिया गया। आज सरकार ने फैसला लिया है कि इस बार भी दीपावली तक सभी गरीबों को तय मात्रा में फ्री अनाज उपलब्ध होगा।
केंद्र सरकार ने व्यवस्था बनाई है कि हर राज्य को कुछ दिन पहले ही बताया जाएगा कि उसको कितनी डोज मिलने वाली है।
जब वैक्सीन खरीदने में राज्यों को दिक्कतें हुई तो सबने केंद्र से एकमत होकर खरीदने की मांग किए। अब केंद्र सरकार ने निर्णय लिया कि वह 75 प्रतिशत वैक्सीन खरीदेगी। अब सभी लोगों को फ्री वैक्सीन लगाई जाएगी। इसमें सभी वर्ग शामिल हैं। 25 प्रतिशत प्राइवेट अस्पताल सीधे ले सकेंगे वैक्सीन।
पहली वेव में जब कोरोना कम होने लगी तो भारत सरकार पर सवाल होने लगे। वैक्सीन खरीदने और लाकडाउन तक के लिए राज्य सरकार अपना अधिकार मांगने लगे। दूसरी वेव में जब देश आगे बढ़ रहा था। वैक्सीन हम लगवा रहे थे और लोग लगवा भी रहे थे तो कई राज्यों ने सवाल उठाए। सब राज्य वैक्सीन की खरीदी से लेकर उम्र तय करने का भी अधिकार चाहने लगे। फिर हमने तय किया कि राज्य सरकार अगर चाहती है कि उनको वैक्सीन खरीद करना चाहिए। 1 मई से हमने राज्यों को 25 प्रतिशत काम उनके हवाले कर दिया। तब पता लगा कि वैक्सीन खरीदने में क्या दिक्कतें आ रही है।
पीएम मोदी ने कहा कि अगर हमने प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीनेशन नहीं किया होता तो सोचिए क्या होता। बुजुर्गाें, डाॅक्टर्स, नर्सेस, फ्रंटलाइन वर्कर्स को प्राथमिकता एक्सपर्ट की राय पर दिया। वैक्सीन फ्रंटलाइन वर्कर्स और हेल्थवर्कर्स को पहले दिया तभी वह आपके लिए काम कर सके।
आत्मनिर्भर भारत पैकेज के तहत मिशन कोविड के लिए वैक्सीन के लिए हजारों करोड़ दिए। आने वाले दिनों में वैक्सीन की सप्लाई बढ़ने वाली है। देश में सात कंपनी वैक्सीन का प्रोडक्शन कर रही हैं। तीन अन्य का काम शुरू होने वाला है। एक्सपर्ट ने हमारे बच्चों को लेकर चिंता जताई है, हम बच्चों के लिए दो वैक्सीन का ट्रायल कर रहे, नेजल वैक्सीन का ट्रायल भी जारी है।
हर आशंका को दरकिनार करके भारत ने एक नहीं दो मेड इन इंडिया वैक्सीन लांच किया। हमारे वैज्ञानिकों ने दिखा दिया कि भारत दुनिया में किसी से पीछे नहीं। भारत में आज की तारीख में 23 करोड़ से अधिक वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है। हमारे प्रयासों से हमें सफलता तब मिलती है जब हमे स्वयं पर विश्वास होता है। हमें पूरा विश्वास था कि हमारे वैज्ञानिक बहुत कम समय में काम पूरा कर लेंगे।
पांच छह वर्षाें में वैक्सीनेशन कवरेज बढ़ाया। हमने वैक्सीनेशन कवरेज बढ़ाकर तमाम बीमारियों को दूर किया।
कल्पना करिए कोविड की वैक्सीन देश में नहीं बनती तो क्या होता। सोचिए पिछले दशकों में हमको वैक्सीनेशन के लिए वर्षो लग जाता था।
सबसे कारगर हथियार कोविड प्रोटोकाॅल ही है। मास्क और दो गज की दूरी है जरूरी।
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जरूरी दवाओं का प्रोडक्शन कई गुना बढ़ाया गया। आक्सीजन की सप्लाई दस गुना से अधिक बढ़ाया गया।
सेकेंड वेव के दौरान अप्रैल और मई के महीने में भारत में मेडिकल आक्सीजन की डिमांड अकल्पनीय रूप से बढ़ गई थी। ऐसी महामारी पिछले 100 सालों में नहीं आई। सरकार ने सभी तंत्र लगाए।