सार
कोरोना के खिलाफ जारी जंग और लॉकडाउन को लेकर पीएम मोदी ने सर्वदलीय बैठक की। जिसमें सभी नेताओं से कोरोना को लेकर चर्चा की। इस दौरान नेताओं ने 5 मांग की है, जिसमें राज्यों को बकाया देने, कोरोना का टेस्ट फ्री में कराए जाना आदि शामिल है।
नई दिल्ली. कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग और लॉकडाउन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद ही कमान संभाल रखी है। वे लगातार वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से नेताओं, खिलाड़ियों और समाजिक संगठन के लोगों से बात कर रहे हैं। इन सब के बीच आज बुधवार को पीएम मोदी ने राजनीतिक पार्टियों के फ्लोर लीडर्स के साथ बातचीत की। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई लंबी है। ऐसे में कयास लगने लगा है कि 14 अप्रैल के लॉकडाउन को आगे बढ़ाया जा सकता है। वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए पीएम मोदी ने बीजेपी, कांग्रेस, डीएमके, एआईएडीएमके, टीआरएस, सीपीआईएम, टीएमसी, शिवसेना, एनसीपी, अकाली दल, एलजेपी, जेडीयू, एसपी, बीएसपी, वाईएसआर कांग्रेस और बीजेडी के फ्लोर लीडर्स के साथ कोरोना और लॉकडाउन पर चर्चा की।
मुख्यमंत्रियों से करेंगे बात
सूत्रों के मुताबिक, पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ लंबी लड़ाई है। मैं एक बार फिर सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात करूंगा। गौरतलब है कि पीएम मोदी ने इससे पहले 2 अप्रैल को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की थी। इस दौरान उन्होंने लॉकडाउन और कोरोना के संक्रमण को लेकर सभी मुख्यमंत्रियों से बात की थी।
बैठक के दौरान उठी ये मांगे
इस बैठक में फ्लोर लीडर्स ने पीएम नरेंद्र मोदी के सामने 5 मांगें रखी है। इसमें राज्य एफआरबीएम राजकोषीय सीमा को 3 से 5 फीसदी करने, राज्यों को उनका बकाया देने, राहत पैकेज को जीडीपी के एक फीसदी से बढ़ाकर 5 फीसदी करने, कोरोना टेस्ट को फ्री करने और पीपीई समेत सभी मेडिकल इक्विपमेंट को मुहैया कराने की मांग की गई है।
बैठक में ये रहे मौजूद
बीजेपी की ओर से केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, थावरचंद गहलोत, अमित शाह, प्रह्लाद जोशी, अर्जुनराम मेघवाल, वी. मुरलीधरन, नरेंद्र तोमर और निर्मला सीतारमण भी मौजूद रहीं।
जबकि टीएमसी की ओर से टीआर बालू, AIDMK की ओर से नवनीत कृष्णनन, कांग्रेस की ओर से गुलाम नबी आजाद और अधीर रंजन चौधरी, टीआरएस की ओर से नम्मा नागेश्वर राव और के केशवा राव, CPI(M) की ओर से ई करीम, शिवेसना की ओर से विनय राउत और संजय राउत, एनसीपी की ओर से शरद पवार मौजूद रहें।