सार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव का जवाब देते हुए राहुल गांधी पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि एक सज्जन बोले कि इस बार वे दिमाग से नहीं दिल से बोलेंगे।

PM Modi On Rahul Gandhi. पीएम मोदी ने लोकसभा में नाम लिए बिना ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने राहुल गांधी की मोहब्बत की दुकान का भी पोस्टमार्टम कर दिया। सोनिया गांधी के सामने पीएम मोदी ने राहुल गांधी की जमकर खिंचाई की और कहा कि उनके दिमाग का हाल तो देश को पहले ही पता था लेकिन इस बार उनके दिल का हाल भी पता चल गया।

पीएम मोदी ने राहुल गांधी को लेकर क्या कहा

राहुल गांधी द्वारा सदन में भाषण के बाद फ्लाइंग किस पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उनके दिमाग का हाल तो देश को पहले से ही पता था लेकिन अब उनके दिल का हाल भी पता चल गया। पीएम मोदी ने राहुल गांधी के रावण वाले बयान पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि लंका हनुमान ने नहीं जलाई, उनके घमंड ने जलाई...यह बिल्कुल सच है। जनता जनार्दन भी भगवान राम का रूम है...इसलिए आप 400 से 40 हो गए हैं। प्रधानमंत्री ने राहुल के भारत माता वाले बयान पर गंभीर टिप्पणी की और पूर्व की कांग्रेस सरकारों के कार्यकाल में देश के अलग-अलग हिस्सो में हुई हिंसा और दमन की बातें सामने रखकर पलटवार किया। पीएम मोदी ने इंदिरा गांधी और नेहरू के कार्यकाल में नार्थ ईस्ट सहित देश के दूसरे भूभागों में हुए बंटवारे का भी जिक्र किया और कांग्रेस पर सवालों की झड़ी लगा दी।

मोहब्बत की दुकान का कैसे किया पोस्टमार्टम

पीएम मोदी ने कहा कि वे कहते हैं कि मोहब्बत की दुकान है लेकिन यह दरअसल, नफरत, भ्रष्टाचार, परिवारवाद, दरबारवाद की दुकान हैं। जहां अगर किसी दल ने जी हजूरी नहीं की तो उन्हें कोई भाव नहीं मिलता है। पीएम मोदी ने कहा कि कबाड़ हो चुकी यूपीए को रंगकर नया नाम दिया गया ताकि देश को धोखा दिया जा सके। पीएम मोदी ने कहा पीढ़ी दर पीढ़ी ये लोग लाल मिर्च और हरी मिर्च का फर्क नहीं समझ पाए हैं। आप लोग भारत के मानस को, मिजाज को जानते हैं। वेश बदलकर धोखा देने वालों की हकीकत आ ही जाती है। जिन्हें केवल नाम का सहारा है दूर युद्ध से भागते, नाम रखा रणधीर, भाग्य चंद्र की आज तक, सोई है तकदीर।

विपक्ष पर पीएम मोदी ने कसा बड़ा तंज

पीएम मोदी ने विपक्षी गठबंधन पर तंज कसते हुए कहा कि मैं आज इस मौके पर हमारे विपक्ष के साथियों के प्रति अपनी संवेदना भी व्यक्त करना चाहता हूं। कुछ दिन पहले बेंगलुरू में करीब-करीब डेढ़ दो दशक पुराने यूपीए का क्रिया कर्म किया, अंतिम संस्कार किया है। लोकतांत्रिक व्यवस्था के मुताबिक मुझे तभी संवेदना व्यक्त करनी चाहिए थी। लेकिन इस देरी के आप खुद ही जिम्मेदार हैं। एक ओर यूपीए का क्रिया कर्म कर रहे थे, दूसरे जश्न भी मना रहे थे। आप जश्न मना रहे थे खंडहर में नया प्लास्टर लगाने का। आप दशकों पुरानी खटारा गाड़ी को इलेक्ट्रिक वेहिकल दिखाने के लिए बड़ा मजमा लगाया। मजे की बात यह कि मजमा खत्म होने से पहले ही उसका श्रेय लेने के लिए सिर फुटौव्वल हो गई।

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