सार
जनवरी महीने में पंजाब दौरे पर गए पीएम मोदी की सुरक्षा में हुई चूक की रिपोर्ट जांच कमेटी ने सुप्रीम कोर्ट को सौंप दी है। जांच कमेटी ने पीएम की सुरक्षा में चूक को लेकर पंजाब के तत्कालीन जिम्मेदार अफसरों को इस लापरवाही का दोषी माना है।
नई दिल्ली। जनवरी महीने में पंजाब दौरे पर गए पीएम मोदी की सुरक्षा (PM Modi Security Breach) में हुई चूक की रिपोर्ट जांच कमेटी ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) को सौंप दी है। जांच कमेटी ने पीएम की सुरक्षा में चूक को लेकर पंजाब के तत्कालीन जिम्मेदार अफसरों को इस लापरवाही का दोषी माना है। रिपोर्ट के अनुसार पंजाब पुलिस के आला अधिकारी और नौकरशाह इस चूक के लिए जिम्मेदार थे। सुप्रीम कोर्ट में रिपोर्ट पेश होने के बाद केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने पीएम मोदी के फिरोजपुर दौरे के दौरान चूक को सुनियोजित षड़यंत्र बताया है। ठाकुर ने आरोप लगाया कि फिरोजपुर एसएसपी दो घंटे में भी कोई वैकल्पिक मार्ग खोजने में असफल रहे। न ही पीएम के राज्य में पहुंचने के दौरान उनके स्वागत के लिए कोई जिम्मेदार मौजूद था।
पाकिस्तान की सीमा महज दस किलोमीटर दूर थी
अनुराग ठाकुर ने कहा कि पीएम मोदी की सुरक्षा में जिस जगह सेंधमारी करने की साजिश रची गई और उनका काफिला काफी देर तक जिस पुल पर रूका रहा, वहां से पाकिस्तान की सीमा महज दस किलोमीटर ही दूर है। ऐसे जगह पर पीएम को असुरक्षित छोड़ना और फिर अचानक कैसे काफी संख्या में प्रदर्शनकारियों को वहां भेज दिया गया। यह कैसी साजिश थी, आखिर कांग्रेस के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार क्या चाहती थी। कांग्रेस शासन के दौरान जब पीएम पंजाब पहुंचे तो उनके स्वागत के लिए सीएम, डीजीपी और मुख्य सचिव वहां नहीं थे।
अचानक से आंदोलनकारी कैसे पहुंच गए?
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने सवाल किया कि काफिले के पास अचानक से आंदोलनकारी सौ मीटर की दूरी से कहां से आ गए। कांग्रेस पर हमला बोलते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि साजिश किसने रची? जब रूट पूरी तरह से सुरक्षित और सैनिटाइज्ड था तो आंदोलनकारियों को सूचना किसने दी?
चुनाव के पहले हुई थी पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक
दरअसल, बीते पांच जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंजाब के फिरोजपुर दौरे गए गए थे। वहां पीएम मोदी एक जनसभा को संबोधित करने के लिए जा रहे थे। बताया जा रहा है कि बारिश की वजह से अचानक से पीएम मोदी का रूट चेंज कर कार से जाने का फैसला हुआ। लेकिन उनकी कार रूट से करीब तीस किलोमीटर दूर हुसैनीवाला में प्रदर्शनकारियों ने जाम लगा दिया था। इस वजह से एक पुल के पास पीएम मोदी का काफिल करीब 20 मिनट तक रूका रहा। बताया जा रहा कि पीएम का काफिला जहां रोका गया था वह बेहद असुरक्षित जगह है। पीएम के काफिला से पंद्रह मिनट की दूरी पर पाकिस्तान बार्डर था।
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