सार
5 में से तीन राज्यों में बंपर जीत से उत्साहित पीएम मोदी ने संसद के शीतकालीन सत्र से पहले मीडिया से बातचीत की है। इस दौरान उन्होंने विपक्ष को नसीहत देते हुए बड़ी बात कही है।
Parliament Winter Session. संसद के शीतकालीन सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया से बात करते हुए विपक्ष को सबसे बड़ी नसीहत दे दी है। प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष से कहा कि विधानसभा चुनावों में मिली हार की खीझ संसद के अंदर न निकालें। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि विपक्ष के पास यह सुनहरा मौका है कि वे कुछ अच्छा करने के बारे में सोचें। पीएम मोदी ने कहा कि विधानसभा हार का गुस्सा संसद में बिल्कुल भी न निकालें।
पीएम मोदी ने विपक्ष को क्या नसीहत दी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं संसद के हर सदस्य से अपील करता हूं कि वे संसद की कार्यवाही को सही ढंग से चलाने में योगदान दें। कहा कि संसद सत्र के दौरान प्रोडक्टिव शुरूआत करें और कंसट्रक्टिव डिबेट करें। पीएम मोदी ने कहा कि देश की जनता ने नकारात्मकता को सिरे से खारिज कर दिया है। मैं अपने विपक्ष के मित्रों से कहना चाहूंगा कि यह आपके लिए भी सुनहरा मौका है कि कुछ अच्छा करने के बारे में सोचें। पीएम मोदी ने कहा कि मैं सबकों लोगों की सहभागिता का हिमायती हूं। हम हमेशा पिछले 9 साल से संसद के भीतर सकारात्मक विचारों के साथ आते हैं और पॉजिटीव काम करने की ही कोशिश करते हैं।
लोकतंत्र का मंदिर है संसद भवन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि संसद लोकतंत्र का मंदिर होता है। यहां हमें विकसित भारत का आधार बनाने के लिए जनता ने मौका दिया है। विधानसभा चुनावों में मिली जीत को उत्साहवर्धक बताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हम आम लोगों की भलाई और उज्जवल भविष्य के लिए काम करते रहेंगे। यह जीत हमें यही प्रेरणा देती है। पीएम ने कहा कि जहां पर गुड गवर्नेंस है, वहां पर जनता ने वही सरकार चुनी है। ऐसे में एंटी इंकबेंसी जैसे शब्द का कोई मतलब नहीं रह गया है। अब प्रो इंकबेंसी, गुड गवर्नेंस, ट्रांसपेरेंसी और कंक्रीट प्लान फॉर पब्लिक वेलफेयर जैसे शब्दों का चलन बढ़ रहा है।
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