सार

पीएम मोदी का यूक्रेन दौरा ऐतिहासिक रहा। उन्होंने राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात की और भविष्य में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की। दोनों देशों ने विभिन्न क्षेत्रों में चार दस्तावेजों पर हस्ताक्षर भी किए।

नेशनल डेस्क। रूस और यूक्रेन के बीच करीब दो साल से चल रही जंग के बीच पीएम मोदी का यूक्रेन दौरा काफी खास रहा। राष्ट्रपति वलादिमिर जेलेंस्की और पीएम मोदी ने भविष्य में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने को लेकर बातचीत की साथ ही कुछ अहम मुद्दों पर भी चर्चा की। जेलेंस्की ने कहा कि यूरोपीय देश की आजादी के बाद पीएम मोदी की यूक्रेन की पहली यात्रा ने इतिहास बन दिया है। उन्होंने कहा कि भारत और यूक्रेन ने विभिन्न क्षेत्रों में चार दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किये हैं। जानिए पीएम मोदी के यूक्रेन विजिट से जुड़ी 10 खास बातें…

दोनों देशों के बीच व्यापार पर चर्चा
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा पीएम मोदी के साथ मीटिंग में रणनीतिक साझेदारी के साथ दोनों देशों ने एक-दूसरे के कारोबार को बढ़ाने पर चर्चा की। इसके साथ ही सैन्य वह तकनीकी सहयोग के विकास पर भी सहमति जताई।

अंतराराष्ट्रीय कानून के सिद्धांतों को मानने पर सहमति
भारत यूक्रेन के बयान में पीएमओ कार्यालय की ओर से कहा गया है कि दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के सम्मान जैसे संयुक्त राष्ट्र चार्टर सहित अंतरराष्ट्रीय कानून के सिद्धांतों को मानने की बात पर सहमति जताई। 

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पीएम मोदी ने ट्रेन से किया 10 घंटे का सफर
पीएम मोदी ट्रेन से 10 घंटे का सफर कर यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचे। 1991 में पूर्वी रूसी राज्य के स्वतंत्र होने के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री का यह पहला दौरा है।

रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म करने के लिए भारत हर सहयोग करेगा 
पीएम मोदी ने जेलेंस्की के साथ बातचीत में कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को समाप्त करने और शांति व्यवस्था कायम करने के लिए भारत हर सहयोग करने के लिए तैयार है। भारत विश्व में शांति चाहता है। 

पीएम बोले- हम महात्मा गांधी की धरते से आए
पीएम मोदी ने कहा कि हम शुरू से ही शांति कायम रखने के पक्षधर हैं। हम बुद्ध की भूमि से रिश्ता रखते हैं जहां युद्ध का स्थान नहीं है। हम महात्मा गांधी की धरती से आए हैं जिन्होंने विश्व को शांति का संदेश दिया।  

आर्थिक संबंधों के विस्तार पर जोर
पीएम और जेलेस्की की बातचीत में दोनों पक्ष ने व्यापार और आर्थिक संबंधों को बढ़ाने और मजबूत करने पर जोर दिया। 

2022 से दोनों देशों की कारोबार में कमी
दोनों देशों के पीएम की मीटिंग के दौरान हुई बातचीत में 2022 के बाद से भारत और यूक्रेन के बीच व्यापार में गिरावट आने को लेकर भी बातचीत की गई।

पीएम मोदी रूसी राष्ट्रपति से हुई बात की चर्चा भी की
पीएम ने जेलेंस्की को 2022 में रूसी राष्ट्रपति पुतिन के साथ हुई बातचीत के बारे में भी बताया। कहा कि उन्होंने रूसी राष्ट्रपति से कहा था कि ये युद्ध का समय नहीं है। कुछ समय पहले, जब मैं समरकंद में राष्ट्रपति पुतिन से मिला था, तो मैंने उनसे कहा था कि यह युद्ध का युग नहीं है। युद्ध से किसी भी समस्या का समाधान नहीं मिलता है।  

पीएम की यात्रा से पश्चिमी देश नाराज
पीएम मोदी की कीव यात्रा से कुछ पश्चिमी देशों में नाराजगी हो गई है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया कि पीएम ने अलग प्रकास से समाधान विकसित करने के लिए स्टेक होल्डर्स के बीच पारस्परिक मेलजोल बढ़ाने और जुड़ाव को मजबूत करने पर जोर दिया है। यह शांति और स्थिरता बनाए रखने में महत्वपूर्ण होगा। 

अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और शांति का आह्वान
दोनों देशों ने विश्व में अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के मुद्दों को प्रभावी और कुशलता से निपटाने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में व्यापक सुधार करने पर जोर दिया। यूक्रेन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता के लिए समर्थन की बात कही।