सार
भारतीय सिस्टम इस समय इस खतरे का सामना कर रहा है। उन्होंने कहा कि इससे समाज में अराजकता पैदा हो सकती है।
Prime Minister Narendra Nodi on Deepfakes:पीएम नरेंद्र मोदी ने डीपफेक के खतरों से आगाह किया है। मीडिया हाउसेस को इस सबसे बड़े खतरे से बचाव के लिए लोगों को शिक्षित करने की सलाह दी है। पीएम मोदी ने कहा कि डीपफेक सबसे बड़े खतरों में से एक है। भारतीय सिस्टम इस समय इस खतरे का सामना कर रहा है। उन्होंने कहा कि इससे समाज में अराजकता पैदा हो सकती है।
दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में भाजपा के दिवाली मिलन कार्यक्रम में पत्रकारों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जब डीपफेक के लिए AI के दुरुपयोग की बात आती है तो नागरिकों और मीडिया दोनों को बहुत सतर्क रहने की जरूरत है।
आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और डीपफेक बड़ा संकट
पीएम ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और उसमें भी डीपफेक के कारण एक नया संकट आ रहा है। भारत का बहुत बड़ा वर्ग ऐसा है, जिसके पास वेरिफिकेशन या ऑथेंटिकेशन के लिए व्यवस्था नहीं है। भारत में जिस भी चीज से मीडिया शब्द जुड़ता है, उसकी इज्जत है। जैसे कोई भी व्यक्ति हो गेरुए कपड़े हैं तो अपने यहां विरासत से एक स्वभाव है कि उसको इज्जत मिल जाती है। वैसा मीडिया को भी है। एक विरासत का लाभ उसको मिलता है। इसके कारण डीपफेक पर भी वो भरोसा कर लेते हैं। लोग सोचते हैं कि ऐसे थोड़े आया होगा, कुछ तो होगा। यह बहुत बड़े संकट की ओर जाएगा। शायद वह असंतोष की आग भी बहुत तेजी से फैला सकता है।
खुद का गरबा करता वीडियो वायरल
उन्होंने कहा, "मान लीजिए कहीं कोई गलत चीज ने कोई नई समस्या पैदा कर दी, अगर सरकार को वहां पहुंचना है तो दूरी भी मायने रखती है, लेकिन आपके लिए दूरी मायने नहीं रखती। लोगों को आप (मीडिया) शिक्षित कर सकते हैं कि आखिर ये है क्या? आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कैसे काम करता है? डीपफेक क्या कर सकता है? कितना बड़ा संकट पैदा कर सकता है? पीएम मोदी ने कहा, "AI से जो चाहे वो बना सकते हैं। मैंने अभी एक वीडियो देखा कि मैं गरबा कर रहा हूं। मैं खुद भी देख रहा हूं कि क्या बढ़िया बनाया है। जबकि स्कूल की उम्र के बाद कभी गरबा खेलने का मौका नहीं मिला। स्कूल की उम्र में बहुत अच्छा गरबा खेलता था, लेकिन बाद में कभी मौका नहीं मिला। AI की ताकत है कि ऐसा वीडियो बना दिया जैसे आज ही गरबा खेला हो। वो चल रहा है। जो मुझे प्यार करते हैं वो भी इसे फॉलो कर रहे हैं। यह चिंता का विषय है। मैंने ChatGpt के लोगों को कहा था कि जैसे सिगरेट पर आता है कि इससे कैंसर हो सकता है वैसे तुम्हारे वीडियो पर आना चाहिए कि यह डीपफेक है। उन्होंने मुझसे कहा कि हमें भी इसकी चिंता है कि डीपफेक को कैसे रोका जाए।"
यह भी पढ़ें: