सार
पूर्वी लद्दाख में चीन के धोखे के बाद पूरे देश में गुस्सा है। पीएम मोदी की अध्यक्षता में शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई गई, जिसमें 20 दलों के नेता शामिल हुए। पिछले 6 साल में यह तीसरी बार है जब ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई गई है। पहली बार पीएम मोदी खुद इसकी अध्यक्षता की।
नई दिल्ली. पूर्वी लद्दाख में चीन के धोखे के बाद पूरे देश में गुस्सा है। पीएम मोदी की अध्यक्षता में शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई गई, जिसमें 20 दलों के नेता शामिल हुए। पिछले 6 साल में यह तीसरी बार है जब ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई गई है। पहली बार पीएम मोदी खुद इसकी अध्यक्षता की। बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, बसपा अध्यक्ष मायावती, तृणमूल अध्यक्ष ममता बनर्जी मौजूद हैं। इस बैठक में आरजेडी और आम आदमी पार्टी को न्योता नहीं दिया गया है। बैठक की शुरुआत शहीदों को श्रद्धांजलि देने से हुई।
बैठक के बाद पीएम मोदी द्वारा कही गईं बड़ी बातें
1- "आज हमारे पास यह क्षमता है कि कोई भी हमारी जमीन के एक इंच हिस्से को भी नहीं ले सकता है। भारत के सशस्त्र बलों में एक बार में कई क्षेत्रों में जाने की क्षमता है।"
2- "चाहे वह तैनाती, कार्रवाई, जवाबी कार्रवाई हो ... हवाई, जमीन या समुद्र, हमारे देश की रक्षा के लिए हमारे सशस्त्र बलों को जो कुछ भी करना है, वे करेंगे।"
3- "न तो उन्होंने हमारी सीमा में घुसपैठ की है, न ही उनके द्वारा (चीन) किसी पोस्ट पर कब्जा किया गया। हमारे 20 जवान शहीद हो गए। जिन लोगों ने ऐसा किया, उन्हें सबक सिखाया गया।"
4- "पिछले कुछ वर्षों में अपनी सीमाओं की रक्षा करने के लिए हमने अपनी सीमाओं की सुरक्षा के लिए बुनियादी ढांचे के विकास को महत्व दिया है। हमारे सशस्त्र बलों की आवश्यकताएं चाहे वह लड़ाकू विमान हों, उन्नत हेलीकॉप्टर, मिसाइल रक्षा प्रणालियां हों, उन्हें महत्व दिया जा रहा है।"
5- "अब तक जिन लोगों से कभी पूछताछ नहीं की गई या उन्हें रोका नहीं गया। अब हमारे जवान उन्हें रोकते हैं और उन्हें कई क्षेत्रों में चेतावनी देते हैं।"
6- "पहले जिन क्षेत्रों की निगरानी नहीं की गई थी, वहां भी हमारे जवान अब निगरानी करने और एक्शन लेने में सक्षम हैं।"
7- "जवान सीमा पर चट्टान की तरह खड़े हैं।"
8- "जिन्होंने भारत माता की तरफ आंख उठाकर देखा, उन्हें हमारे जवान सबक सिखा कर शहीद हुए।"
9- "चीन ने जो किया, उससे पूरा देश आक्रोशित है, आहत है।"
10- "मैं आपको आश्वस्त कर रहा हूं, हमारी सेना देश की रक्षा के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है।"
11- "चीन के साथ कूटनीतिक बात भी जारी है।"
12- "देश की सुरक्षा के लिए सीमा पर निर्माण कार्य जारी।"
13- "सेना को उचित कार्रवाई के लिए खुली छूट दी गई है।"
14- "पेट्रोलिंग बढ़ने से सतर्कता बढ़ी है।"
15- "सेना एक साथ मूवमेंट में सक्षम है।"
16- "दुनिया को जो संदेश जाना चाहिए वो पहुंचेगा।"
17- "डिप्लोमैटिक जरियों से भी चीन को अपनी बात दो टूक स्पष्ट कर दी है।"
18- "आपके सुझाव हमारे लिए फायदेमंद होंगे। आप सभी आगे आए। इससे सेना का मनोबल बढ़ेगा, देश का मनोबल बढ़ेगा और दुनिया को जो संदेश जाना चाहिए, वह पहुंचेगा।"
सोनिया गांधी ने पीएम मोदी से पूछे 3 बड़े सवाल
1- सोनिया गांधी ने पूछा, चीनी सैनिकों ने किस तारीख को लद्दाख में हमारी सीमा में घुसपैठ की?
2- सोनिया गांधी ने अगला सवाल किया, क्या खुफिया तंत्र नाकाम रहा? सोनिया गांधी के इस सवाल पर राजनाथ सिंह ने कहा, नहीं कोई खुफिया विफलता नहीं थी।
3- सोनिया गांधी ने पीएम मोदी से सवाल किया, क्या सरकार को चीनी घुसपैठ की सैटेलाइट इमेज नहीं मिली थी? क्या इंटेलिजेंस की रिपोर्ट नहीं आई थी?
सोनिया ने कहा, विपक्ष को लगातार बताया जाना चाहिए था
सोनिया गांधी ने कहा, विपक्ष को सीमा पर चल रहे तनाव के बारे में लगातार बताया जाना चाहिए। इस संकट को लेकर काफी समय बीतने के बाद भी कई महत्वपूर्ण पहलुओं को लेकर हमें जानकारी नहीं है।
पीएम मोदी के साथ बैठक में किसने क्या कहा?
1- तृणमूल अध्यक्ष ममता बनर्जी ने कहा, चीन लोकतांत्रिक नहीं है। वहां एक तानाशाही हैं। वे जो महसूस करते हैं वह कर सकते हैं। दूसरी ओर हमें साथ काम करना होगा। भारत जीत जाएगा, चीन हार जाएगा। एकता के साथ बोलिए। एकता के साथ सोचें। एकता के साथ काम करें। हम ठोस रूप से सरकार के साथ हैं।
2- जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कहा, पूरे देश में गुस्सा है। इस मुद्दे पर कोई भी आपसी विवाद नहीं होना चाहिए। हम एक साथ हैं। पार्टियों को किसी भी तरह की असमानता नहीं दिखानी चाहिए। भारत ने चीन को हमेशा सम्मान दिया है लेकिन चीन ने 1962 में क्या किया? भारती बाजार में चीनी सामान की बाढ़ बहुत बड़ी समस्या है। हमें एक साथ रहना है और केंद्र को सपोर्ट करना है।
3- सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा के प्रमुख और सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने कहा, हमें पीएम पर पूरा भरोसा है। पहले भी जब राष्ट्रीय सुरक्षा की बात आती है तो पीएम के ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं।
4- टीआरएस चीफ और तेलंगाना के सीएम चंद्रशेखर ने कहा, कश्मीर पर पीएम के फैसले से चीन भड़का हुआ है। उन्होंने जोर देकर कहा कि पीएम के आत्मनिर्भर भारत के आह्वान ने चीन को झकझोर दिया है।
5- बीजू जनता दल के नेता पिनाकी मिश्रा ने अपनी पार्टी का प्रतिनिधित्व करते हुए कहा, हम पूरी तरह से और बिना शर्त सरकार के साथ खड़े हैं।
6- वाईएसआर कांग्रेस के चीफ जगन मोहन रेड्डी ने सर्वदलीय बैठक में कहा, भारत की प्रतिष्ठा विश्व स्तर पर बढ़ी है। इसके लिए पीएम मोदी को धन्यवाद। उन्होंने दुनिया भर में प्रमुख रणनीतिक साझेदारी का निर्माण किया है। आप हमारी ताकत हैं। भारत के बहुत दुश्मन हैं जो भारत को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं।
7- अकाली दल के सुखबीर सिंह बादल ने भारत-चीन सीमा मुद्दे पर कहा, यह वक्त पीएम मोदी पर सवाल उठाने का नहीं है। पूरा भारत पीएम के साथ है। चीन को संदेश देना चाहिए कि हम पीएम मोदी के साथ हैं।
8- समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव पीएम मोदी की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक में शामिल हुए। उन्होंने कहा, राष्ट्र एक है। पाकिस्तान और चीन की नीयत अच्छी नहीं है। भारत चीन का डंपिंग ग्राउंड नहीं होगा चाहिए। चीनी सामानों पर 300% शुल्क लगाए।
9- शिवसेना अध्यक्ष और महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा, भारत शांति चाहता है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम कमजोर हैं। चीन का स्वभाव विश्वासघात है। भारत मजबूत है मजबूर नहीं। हमारी सरकार की क्षमता है कि दुश्मन की आंखें निकलकर हाथ में दे देना। उन्होंने कहा, हम सब एक हैं। हम आपके साथ हैं।
10- एनसीपी चीफ और पूर्व रक्षा मंत्री शरद पवार ने कहा, सैनिक हथियार ले जाए या नहीं, इसका फैसला अंतरराष्ट्रीय समझौतों से होता है और हमें ऐसे संवेदनशील मामलों में इसे मानना चाहिए।
6 साल में कब-कब बुलाई गई ऑल पार्टी मीटिंग?
इससे पहले ऑल पार्टी मीटिंग पुलवामा में आतंकी हमले के बाद 16 फरवरी 2019 को बुलाई गई थी। तब राजनाथ सिंह ने अध्यक्षता की थी। पुलवामा के अलावा पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक के बाद 29 सितंबर 2016 को ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई गई थी।
ये नेता सर्वदलीय बैठक का हिस्सा
1. सोनिया गांधी
2. एमके स्टालिन
3. एन. चंद्रबाबू नायडू
4. जगन रेड्डी
5. शरद पवार
6. नीतीश कुमार
7. डी. राजा
8. सीताराम येचुरी
9. नवीन पटनायक
10. के. चंद्रशेखर राव
11. ममता बनर्जी
12. सुखबीर बादल
13. चिराग पासवान
14. उद्धव ठाकरे
15. अखिलेश यादव
16. हेमंत सोरेन
17. मायावती
कई राजनीतिक दलों को शामिल ना करने से विवाद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक से पहले ही विवाद हो गया है। आम आदमी पार्टी की ओर से आरोप लगाया गया है कि उनके 4 सांसद हैं, राज्यसभा में भी प्रतिनिधि हैं। ऐसे में उन्हें न्योता नहीं दिया गया है, दूसरी ओर राष्ट्रीय जनता दल को भी न्योता नहीं मिला है ऐसे में तेजस्वी यादव ने भी सवाल खड़े किए हैं। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि जिन पार्टियों के लोकसभा में 5 से अधिक सांसद हैं, उन्हें इस बैठक में शामिल होने का न्योता दिया गया है। दूसरी ओर टीडीपी को चार सांसद होने के बावजूद न्योता मिला है।
- बता दें कि 15 जून की रात गलवान घाटी के पास जब भारतीय जवान चीनी सैनिकों का जायजा लेने पहुंचे तो घात लगाकर चीन ने हमला कर दिया। इस दौरान दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई और भारत के 20 जवान शहीद हो गए। इस घटना के बाद से देश में गुस्सा है, राहुल गांधी-सोनिया गांधी समेत देश के कई विपक्षी नेताओं ने सरकार से स्पष्ट जवाब देने को कहा था।