प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक के शिवमोग्गा में हक्की पिक्की जनजाति के ऐसे सदस्यों से बातचीत की, जिन्हें ऑपरेशन कावेरी (Operation Kaveri) के तहत सूडान से बचाकर लगाया गया।

शिवमोग्गा। कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 (Karnataka Assembly Election 2023) के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) प्रचार कर रहे हैं। इस बीच उन्होंने शिवमोग्गा में हक्की पिक्की जनजाति के ऐसे सदस्यों से बातचीत की, जिन्हें ऑपरेशन कावेरी (Operation Kaveri) के तहत सूडान से बचाकर लगाया गया। सूडान में सेना और अर्थसैनिक बल की बीच लड़ाई में करीब चार हजार भारतीय फंस गए थे। इन्हें सुरक्षित वापस लाने के लिए केंद्र सरकार ने ऑपरेशन कावेरी चलाया था।

हक्की पिक्की जनजाति के लोगों ने सूडान से बचाकर लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया। एक महिला ने पीएम से कहा, "छोटा सा खरोच भी नहीं आया सर, मैं सुरक्षा से यहां बैठी हूं सिर्फ आपकी वजह से।" एक पुरुष ने कहा, "बच्चा जैसे खो जाता है और उसे खोजकर घर लाया जाता है। उसी तरह आपने हमें लाया है।" नरेंद्र मोदी ने कहा, "दुनिया में कोई भी हिंदुस्तानी अगर फंसा हुआ है तो हम सोते नहीं हैं।"

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पीएम ने सूडान से आए लोगों से पूछा- कैसे शुरू हुई थी मुसीबत
इसके बाद पीएम ने पूछा कि मुसीबत कैसे शुरू हुई? कब पता चला? उस वक्त साथ थे या अलग-अलग थे? एक व्यक्ति ने जवाब दिया, "हम सभी आसपास मौजूद होटलों में रुके हुए थे। इसी दौरान धमाके की आवाज आने लगी। पानी की टंकी को उड़ा दिया। बिजली बंद कर दी। खाना-पानी की सभी सुविधाएं खत्म कर दी। कुछ भी नहीं बचा था। मुझे विश्वास था कि डबल इंजन की सरकार हमें बचा लेगी। हमने दूतावास से संपर्क किया। हमलोग बस से पोर्ट सूडान पहुंचे थे।"

प्रधानमंत्री ने पूछा आप वहां कितने साल से जाते हैं? इसपर जवाब मिला हम 4-5 साल से वहां जा रहे थे। एक व्यक्ति ने कहा, “मुझे इस बात की चिंता था कि यहां से जिंदा बचूंगा या नहीं। बच्चा जैसे खो जाता है और उसे खोजकर घर लाया जाता है, वैसे आपने हमें घर पहुंचाया।” एक महिला ने कहा, “हम 10-12 दिन तक भूखे रहे, एक ही रूम में बंद रहे। आपने ऑपरेशन कावेरी शुरू किया तो हमें बहुत खुशी हुई। मेरा डर खत्म हो गया।” 

पीएम बोले- दुनिया में कोई हिंदुस्तानी फंसा हो तो हम नहीं सोते
नरेंद्र नोदी ने कहा कि आपके पूर्वज महाराणा प्रताप के साथी थे। महाराणा प्रताप ने व्रत लिया था कि जबतक लड़ाई नहीं जीत लूंगा घास खाउंगा। आपके पूर्वजों ने भी व्रत लिया था कि जब तक महाराणा प्रताप जीत नहीं जाते हैं घर नहीं लौटेंगे।

पीएम ने कहा, "दुनिया में कोई भी हिंदुस्तानी फंस जाता है तो हम सोते नहीं हैं। हम दिनरात लगे रहे। हमारी चिंता थी कि कुछ नेता बयानबाजी करने लगे हैं। हमें लगा कि ये इस प्रकार से बोलेंगे और वहां पता चल जाएगा की लोग कहां छिपे हुए हैं। लोगों को मारा जा सकता था। चुपचाप काम करना था। चुपचाप आपको लेकर आना था। वहां लूटपाट भी हो रही थी। हमें इसकी भी सुरक्षा करनी थी।